जब मैं भविष्य में देखती हूँ तो वो इतना चमकदार लगता है कि मेरी आँखें जलने लगती हैं! |
संविधान में किसी चीज के साथ हस्तक्षेप नहीं कीजये। उसे बनाये रखा जाना चाहिए, क्योंकि हमारी स्वतंत्रता का यही एक रक्षक है। |
व्यक्ति जब अपने को सामने रखकर बात कर ता है तब वो सबसे कम वास्तविक होता है। उसे एक मुखौटा दे दीजिये, और वो सच बोलेगा। |
ज़मीन लहु लुहान हो गयी इन्हीं धर्मो के नाम पर और फिर भी तुम पूछते हो कि मैं धर्मो के खिलाफ क्यों बोलता हूँ। |
अकेलापन और अनचाहा होना दुनिया की सबसे बड़ी गरीबी हैं। |
जब तक आप सामाजिक स्वतंत्रता नहीं हासिल कर लेते, कानून आपको जो भी स्वतंत्रता देता है, वो आपके किसी काम की नहीं। |
आतंकवाद और धोखा शक्तिशालियों के नहीं बल्कि कमजोरों के हथियार हैं। |
नए व्यक्ति को नियम पता होते हैं, पुराने व्यक्ति को अपवाद। |
हमारा कोई समाज नहीं होगा अगर हम पर्यावरण को नष्ट करते हैं। |
शब्दों में दयालुता विश्वास उत्पन्न करती है। विचारों में दयालुता प्रगाढ़ता उत्पन्न करती है। बांटने में दयालुता प्रेम उत्पन्न करती है। |