लड़की: कंडोम देना! केमिस्ट: किस लिए चाहिए? लड़की: ऐसा चूतिया सवाल पूछने वाला एक और पैदा ना हो जाए, इस लिए! |
औरतें भी क्या-क्या सहती हैं! आदमी गुस्से में हो तो हाथ उठा देता है, खुश हो तो टाँगे! |
जीवन के पाँच पड़ाव: 1. जन्म। 2.पढ़ाई लिखाई 3. काम धंधा और शादी 4. ये क्या हो रहा है मादरचोद। 5. मृत्यु ! और हम चौथे पड़ाव पर हैं! |
150 पार हुआ सरसों का 'तेल' ए ग़ालिब; अब क्या थूक से ही चलेगी गुफाओं में 'रेल'! |
सरकारी स्कूल की मैडम: कुत्ते का लिंग बदलो। छात्र: हम ऐसे चूतिया काम नहीं करते! |
भक्त: बाबा ये लड़कियों के निप्पल्स के आस-पास छोटे डॉट्स क्यों होती हैं? बाबा: ये अंधे भाईयों के लिए ब्रेल लिपि में लिखा है, "कृपया यहाँ चूसे!" |
लड़का: मैं तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकता हूँ। लड़की: क्या तुम ब्रिटेन से कोहिनूर ला पाओगे? लड़का: जो चीज, केमिस्ट की दुकान पर आराम से मिल सकती है उसे ब्रिटेन से लाने की क्या जरुरत है? |
भक्त निर्मल बाबा से: बाबा हर साल बच्चा पैदा हो जाता है, क्या करूँ? निर्मल बाबा: कंडोम इस्तेमाल करते हो? भक्त: हाँ करता हूँ। निर्मल बाबा: कंडोम मोहल्ले में भी बाँट दिया करो... कृपा वहीं से आ रही है! |
ज़िन्दगी में छोटी-छोटी चीज़ें बहुत मायने रखती हैं! जैसे लौंडे शब्द में बिंदी! |
सास, बहू से: मेरे बेटे को खुश रखा कर। बहू: और कितना खुश रखूं? इतनी सर्दी में रात भर नंगी सोती हूँ। |