इंतज़ार तो बहुत था हमें; लेकिन आये ना वो कभी; हम तो बिन बुलाये ही आ जाते; अगर होता उन्हें भी इंतज़ार कभी। |
रिश्तों का विश्वास टूट ना जाये; दोस्ती का साथ कभी छूट ना जाये; ऐ खुदा गलती करने से पहले संभाल लेना मुझे; कहीं मेरी गलती से मेरा कोई अपना रूठ ना जाये। |
यादें अक्सर होती हैं सताने के लिए; कोई रूठ जाता है फिर मान जाने के लिए; रिश्ते निभाना कोई मुश्किल तो नहीं; बस दिलों में प्यार चाहिए उसे निभाने के लिए। |
काश उसे चाहने का अरमान ना होता; मैं होश में रहते हुए अनजान ना होता; ना प्यार होता किसी पत्थर दिल से हम को; या फिर कोई पत्थर दिल इंसान ना होता। |
लोग रूप देखते हैं, हम दिल देखते हैं; लोग सपना देखते हैं, हम हकीकत देखते हैं; बस फर्क इतना है कि लोग दुनिया में दोस्त देखते हैं; हम दोस्तों में दुनिया देखते हैं। |
उन हसीन पलों को याद कर रहे थे; आसमान से आपकी बात कर रहे थे; सुकून मिला जब हमें हवाओं ने बताया; आप भी हमें याद कर रहे थे। |
कुछ रिश्ते इस जहान में ख़ास होते हैं; हवा के रुख से जिन के एहसास होते हैं; यह दिल की कशिश नहीं तो और क्या हैं; दूर रह कर भी वो दिल के कितने पास होते हैं। |
जज़्बात बहक जाते हैं जब तुमसे मिलते हैं; अरमान मचल जाते हैं जब तुमसे मिलते हैं; आँखों से आँखें, हाथों से हाथ मिल जाते हैं; दिल से दिल, रूह से रूह मिल जाती है, जब तुमसे मिलते हैं। |
इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा; यादें कटती हैं ले ले कर नाम तेरा; मुद्दत से बैठे हैं यह आस पाले; कि कभी तो आएगा कोई पैगाम तेरा। |
लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता; शायद उन लोगों को दोस्त कोई तुम-सा नहीं मिलता; किस्मत वालों को ही मिलती है पनाह किसी के दिल में; यूं हर शख़्स को तो जन्नत का पता नहीं मिलता। |