कोई है जिसका इस दिल को इंतज़ार है; ख्यालों में भी बस उसका ही ख्याल है; खुशियां मैं सारी उस पर लुटा दूँ; कब आएगा वो चाहने वाला जिसका इस दिल को इंतज़ार है। |
दोस्त समझते हो तो दोस्ती निभाते रहना; हमें भी याद करना खुद भी याद आते रहना; हमारी तो हर ख़ुशी दोस्तों से ही है; हम खुश रहें या ना आप सदा यूँ ही मुस्कुराते रहना। |
अपनी ज़िंदगी के कुछ अलग ही उसूल हैं; दोस्ती की खातिर हमें काँटे भी क़बूल हैं; हँस कर चल देंगे काँच के टुकड़ों पर भी; अगर दोस्त कहे कि यह दोस्ती में बिछाये फूल हैं। |
तमाम उम्र ज़िंदगी से दूर रहे; आपकी ख़ुशी के लिए अपनी ख़ुशी से दूर रहे; अब इससे बढ़कर वफ़ा की सज़ा क्या होगी; कि आपके होकर भी आप से दूर रहे। |
छोटी सी बात पे लोग रूठ जाते हैं; हाथ उनसे अनजाने में छूट जाते हैं; कहते हैं बड़ा नाज़ुक है अपनेपन का यह रिश्ता; इसमें हँसते-हँसते भी दिल टूट जाते हैं। |
कहा ये किसी ने कि फूलों से दिल लगाऊं मैं; अगर तेरा ख्याल न सोचूं तो मर जाऊं मैं; माँग ना मुझसे तू हिसाब मेरी मोहब्बत का; आ जाऊं इम्तिहान पे तो हद से गुज़र जाऊं मैं। |
आज कुछ कमी सी है तेरे बगैर; ना रंग ना रौशनी है तेरे बगैर; वक़्त अपनी रफ़्तार से चल रहा है; बस धड़कन थम सी गयी है तेरे बगैर। |
मेरी आँखें तेरे दीदार को तरसती हैं; मेरी नस-नस तेरे प्यार को तरसती हैं; तू ही बता दे कि तुझे बताएं कैसे; कि मेरी रूह तक तेरी याद में तड़पती है। |
कोई गिला कोई शिकवा ना रहे आपसे; यह आरज़ू है कि सिलसिला रहे आपसे; बस इस बात की बड़ी उम्मीद है आपसे; खफा ना होना अगर हम खफा रहें आपसे। |
आँखें भी मेरी पलकों से सवाल करती हैं; हर वक़्त आपको ही बस याद करती हैं; जब तक ना कर लें दीदार आपका; तब तक वो आपका इंतज़ार करती हैं। |