Emotions Hindi SMS

  • अजब सी बेकरारी है;<br/>
दिन भी भारी था, रात भी भारी है;<br/>
अगर मेरा दिल तोड़ना है तो शौंक से तोड़िए;<br/>
क्योंकि चीज़ ये हमारी नहीं तुम्हारी है।Upload to Facebook
    अजब सी बेकरारी है;
    दिन भी भारी था, रात भी भारी है;
    अगर मेरा दिल तोड़ना है तो शौंक से तोड़िए;
    क्योंकि चीज़ ये हमारी नहीं तुम्हारी है।
  • आसमान से तोड़ कर 'तारा' दिया है;<br/>
आलम ए तन्हाई में एक शरारा दिया है;<br/>
मेरी 'किस्मत' भी 'नाज़' करती है मुझे पे;<br/>
खुदा ने 'दोस्त' ही इतना प्यारा दिया है।Upload to Facebook
    आसमान से तोड़ कर 'तारा' दिया है;
    आलम ए तन्हाई में एक शरारा दिया है;
    मेरी 'किस्मत' भी 'नाज़' करती है मुझे पे;
    खुदा ने 'दोस्त' ही इतना प्यारा दिया है।
  • क्यों कोई मेरा इंतज़ार करेगा;<br/>
अपनी ज़िंदगी मेरे लिए बेकार करेगा;<br/>
हम कौन सा किसी के लिए ख़ास हैं;<br/>
क्या सोच कर कोई हमें याद करेगा।Upload to Facebook
    क्यों कोई मेरा इंतज़ार करेगा;
    अपनी ज़िंदगी मेरे लिए बेकार करेगा;
    हम कौन सा किसी के लिए ख़ास हैं;
    क्या सोच कर कोई हमें याद करेगा।
  • आँखों में रहने वालों को याद नहीं करते;<br/>
दिल में रहने वालों की बात नहीं करते;<br/>
हमारी तो रूह में बस गए हो आप;<br/>
तभी तो आपसे मिलने की फ़रियाद नहीं करते।Upload to Facebook
    आँखों में रहने वालों को याद नहीं करते;
    दिल में रहने वालों की बात नहीं करते;
    हमारी तो रूह में बस गए हो आप;
    तभी तो आपसे मिलने की फ़रियाद नहीं करते।
  • मोहब्बत मुक़द्दर है एक ख्वाब नहीं;<br/>
ये वो रिश्ता है जिस में सब कामयाब नहीं;<br/>
जिन्हें साथ मिला उन्हें उँगलियों पर गिन लो;<br/>
जिन्हें मिली जुदाई उनका कोई हिसाब नहीं।Upload to Facebook
    मोहब्बत मुक़द्दर है एक ख्वाब नहीं;
    ये वो रिश्ता है जिस में सब कामयाब नहीं;
    जिन्हें साथ मिला उन्हें उँगलियों पर गिन लो;
    जिन्हें मिली जुदाई उनका कोई हिसाब नहीं।
  • वो प्यार जो हकीकत में प्यार होता है;<br/>
ज़िंदगी में सिर्फ एक बार होता है;<br/>
निगाहों के मिलते मिलते दिल मिल जाएं;<br/>
ऐसा इतेफाक सिर्फ एक बार होता है।Upload to Facebook
    वो प्यार जो हकीकत में प्यार होता है;
    ज़िंदगी में सिर्फ एक बार होता है;
    निगाहों के मिलते मिलते दिल मिल जाएं;
    ऐसा इतेफाक सिर्फ एक बार होता है।
  • किस हद तक जाना है ये कौन जानता है;<br/>
किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है;<br/>
दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो;<br/>
किस रोज़ बिछड़ जाना है ये कौन जानता है।Upload to Facebook
    किस हद तक जाना है ये कौन जानता है;
    किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है;
    दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो;
    किस रोज़ बिछड़ जाना है ये कौन जानता है।
  • दूरियों से फर्क पड़ता नहीं;<br/>
बात तो दिलों की नज़दीकियों से होती है;<br/>
दोस्ती तो कुछ आप जैसों से है;<br/>
वरना मुलाकात तो जाने कितनों से होती है।Upload to Facebook
    दूरियों से फर्क पड़ता नहीं;
    बात तो दिलों की नज़दीकियों से होती है;
    दोस्ती तो कुछ आप जैसों से है;
    वरना मुलाकात तो जाने कितनों से होती है।
  • मत इंतज़ार कराओ हमे इतना;<br/>
कि वक़्त के फैसले पर अफ़सोस हो जाये;<br/>
क्या पता कल तुम लौटकर आओ;<br/>
और हम खामोश हो जाएँ।Upload to Facebook
    मत इंतज़ार कराओ हमे इतना;
    कि वक़्त के फैसले पर अफ़सोस हो जाये;
    क्या पता कल तुम लौटकर आओ;
    और हम खामोश हो जाएँ।
  • निकलते हैं तेरे आशियाँ के आगे से;<br/>
सोचते हैं की तेरा दीदार हो जायेगा;<br/>
खिड़की से तेरी सूरत न सही तेरा साया तो नजर आएगा।Upload to Facebook
    निकलते हैं तेरे आशियाँ के आगे से;
    सोचते हैं की तेरा दीदार हो जायेगा;
    खिड़की से तेरी सूरत न सही तेरा साया तो नजर आएगा।
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