होंठों पे दिल के तराने नहीं आते; साहिल पे समंदर के फ़साने नहीं आते; नींद में भी खुल उठती हैं पलकें; आँखों को ख्वाब छुपाने नहीं आते। |
हर रात में आपके पास उजाला हो; हर कोई आपको चाहने वाला हो; वक्त गुजर जाये उनकी यादों के सहारे; कोई आपको इतना प्यार करने वाला हो। |
इश्क कर देता है बेकरार; भर देता है पत्थर के दिल में प्यार; हर एक को नहीं मिलती जिंदगी की ये बहार; क्योंकि इश्क का दूसरा नाम है इंतजार। |
फासले दोस्ती में कभी-कभी आते रहते हैं; दोस्ती फिर भी दो दिलों को मिला ही देती हैं; जो ख़फ़ा न हो जाये वो दोस्त कैसे होता; सच्ची दोस्ती फिर भी दोस्त को मिला ही देती है। |
क्यों मुश्किलों में साथ देते हैं दोस्त; क्यों गम को बांट लेते हैं दोस्त; न रिश्ता खून से न रिवाज से बंधा; फिर भी जिंदगी भर साथ देते हैं दोस्त। |
मजबूरी में नहीं, दिल करे तो याद करना; दुनिया से फुर्सत मिले तो याद करना; दुआ है ज़माने की हर ख़ुशी पाओ आप; फिर भी आँख भर आये तो हमें जरूर याद करना। |
कुछ इस तरह से हम नजदीक आ चुके हैं; खुद को तेरे वजूद का हिस्सा बना चुके हैं; अब तो हमारे दर्द की कोई दुआ करो; हम तो तुम्हें अपना मसीहा बना चुके हैं। |
वो रिश्ते भी कुछ खास हैं तो अनजाने में बन जाते हैं; पहले तो दिल से फिर जिंदगी से जुड़ जाते हैं; लोग कहते हैं उनको दोस्ती; जिसमें अनजाने भी अपने बन जाते हैं। |
बनकर लब्ज मेरी किताबों में मिलना; बनकर खुशबु की महक मेरे गुलाबों में मिलना; जब आयेगी तुम्हें हमारी याद; तब बनकर ख्वाब मेरी आँखों में मिलना! |
गहरी थी रात लेकिन हम खोये नहीं; दर्द बहुत था दिल में, मगर हम रोए नहीं; कोई नहीं हमारा जो पूछे हमसे; जाग रहे हो किसी के लिए या किसी के लिए सोए नहीं। |