नशा चढ़ता है हम पर... तुझे सोचने भर से; मुलाकात का आलम खुदा खैर करे! |
जब झुकी हुई गर्दन से मोबाइल में अजनबी रिश्ते जुड़ जाते हैं तो हकीकत के रिश्ते में गर्दन झुका लेने में क्या हर्ज़ है! |
अच्छे तो सभी होते हैं बस पहचान बुरे वक़्त में होती है! |
तुम बात को समझ नहीं रहे हो, आपातकाल के लिए राहुल गांधी की दादी ज़िम्मेदार है! वरुण गांधी की नहीं! |
कोरोना की तीसरी लहर लाने के लिए हमारे देश की जनता जी तोड़ मेहनत कर रही है और ऐसा कोई मौका नहीं छोड़ रही जा वो ज़्यादा से ज़्यादा इकट्ठे ना हो सकें! |
आजकल अंधे भी दो प्रकार के होते हैं। एक वह जो जन्म से अंधे होते हैं और दूसरे वह जो देख कर भी अंजान बने रहते हैं। |
अच्छी किताबें और अच्छे लोग तुरंत समझ में नहीं आते, उन्हें पढ़ना पड़ता है! |
आंखें कितने दिनों में खुलती हैं? गाय के बच्चे की बच्चे की प्रसव के तुरंत बाद, बकरी के 2-3 घंटे में, बिल्ली के 6-8 दिन में, कुत्ते के 10-12 दिन में और इंसान की शादी के बाद! ऐसी रोचक एवं दुर्लभ जानकारी के लिए साथ बने रहें! |
सच घटे या बड़े तो सच न रहे, झूठ की कोई इन्तहा ही नहीं। |
गड्ढे चाहे सड़क पर हो या फिर गाल पर, कम्बख्त जान का ख़तरा दोनों में ही रहता है! |