Wishes Hindi SMS

  • यह ज़िन्दगी बस सिर्फ पल दो पल है;<br/>
जिसमें न तो आज और न ही कल है;<br/>
जी लो इस ज़िंदगी का हर पल इस तरह;<br/>
जैसे बस यही ज़िन्दगी का सबसे हसीं पल है।<br/>
शुभ दिन!Upload to Facebook
    यह ज़िन्दगी बस सिर्फ पल दो पल है;
    जिसमें न तो आज और न ही कल है;
    जी लो इस ज़िंदगी का हर पल इस तरह;
    जैसे बस यही ज़िन्दगी का सबसे हसीं पल है।
    शुभ दिन!
  • सूरज तू उनको मेरा पैगाम देना;<br/>
ख़ुशी का दिन और हंसी की सुबह देना;<br/>
जब वो देखें तुझे बाहर आकर;<br/>
तो उनको मेरा सुप्रभात कहना।Upload to Facebook
    सूरज तू उनको मेरा पैगाम देना;
    ख़ुशी का दिन और हंसी की सुबह देना;
    जब वो देखें तुझे बाहर आकर;
    तो उनको मेरा सुप्रभात कहना।
  • गहरी थी रात लेकिन हम खोए नहीं;<br/>
दर्द बहुत था दिल में, पर हम रोए नहीं;<br/>
कोई नहीं हमारा जो पूछे हमसे;<br/>
जाग रहे हो किसी के लिए, या किसी के लिए सोए नहीं।<br/>
शुभ रात्रि!Upload to Facebook
    गहरी थी रात लेकिन हम खोए नहीं;
    दर्द बहुत था दिल में, पर हम रोए नहीं;
    कोई नहीं हमारा जो पूछे हमसे;
    जाग रहे हो किसी के लिए, या किसी के लिए सोए नहीं।
    शुभ रात्रि!
  • हर सुबह निकल पड़ता है जो खुद की तलाश में;<br/>
वो खोई हुई सी एक पहचान हूँ मैं;<br/>
ना आँखों में ख्वाब है ना दिल में तमन्ना कोई;<br/>
अपनी बनाई हुई राहों से ही अनजान हूँ मैं।<br/>
सुप्रभात!Upload to Facebook
    हर सुबह निकल पड़ता है जो खुद की तलाश में;
    वो खोई हुई सी एक पहचान हूँ मैं;
    ना आँखों में ख्वाब है ना दिल में तमन्ना कोई;
    अपनी बनाई हुई राहों से ही अनजान हूँ मैं।
    सुप्रभात!
  • रुक कर हवा ने हमसे तेरे घर का पता पूछा;<br/>
हमने पूछा क्यों उस घर में ऐसा क्या है;<br/>
उसने कहा चाँद है जो जुल्फों में घिरा है;<br/>
देखने को उसका चेहरा सारा जहां खड़ा है।<br/>
शुभ रात्रि!Upload to Facebook
    रुक कर हवा ने हमसे तेरे घर का पता पूछा;
    हमने पूछा क्यों उस घर में ऐसा क्या है;
    उसने कहा चाँद है जो जुल्फों में घिरा है;
    देखने को उसका चेहरा सारा जहां खड़ा है।
    शुभ रात्रि!
  • मौसम की बहार अच्छी हो;<br/>
फूलों की कलियाँ कच्ची हों;<br/>
हमारे ये रिश्ते सच्चे हों;<br/>
ऐ रब तेरे से बस एक दुआ है;<br/>
कि मेरे यार की हर सुबह अच्छी हो।<br/>
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    मौसम की बहार अच्छी हो;
    फूलों की कलियाँ कच्ची हों;
    हमारे ये रिश्ते सच्चे हों;
    ऐ रब तेरे से बस एक दुआ है;
    कि मेरे यार की हर सुबह अच्छी हो।
    सुप्रभात!
  • उजाला काफी हो चुका है;<br/>
उस शमा को बुझा दो;<br/>
एक हसीं सुबह राह देख रही है आपकी;<br/>
बस पलकों को हलके से उठा दो।<br/>
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    उजाला काफी हो चुका है;
    उस शमा को बुझा दो;
    एक हसीं सुबह राह देख रही है आपकी;
    बस पलकों को हलके से उठा दो।
    सुप्रभात!
  • सोती हुई आँखों को सलाम हमारा;<br/>
मीठे सुनहरे सपनों को आदाब हमारा;<br/>
दिल में रहे प्यार का एहसास सदा ज़िंदा;<br/>
आज की रात का यही पैग़ाम हमारा।<br/>
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    सोती हुई आँखों को सलाम हमारा;
    मीठे सुनहरे सपनों को आदाब हमारा;
    दिल में रहे प्यार का एहसास सदा ज़िंदा;
    आज की रात का यही पैग़ाम हमारा।
    शुभ रात्रि!
  • कभी सोचते हैं एक गुलाब भेज दें;<br/>
कभी चाहते हैं पूरा बाग़ भेज दें;<br/>
जा रहे हो अगर आप सोने को तो दिल करता है;<br/>
आपकी पलकों में प्यारा सा ख्वाब भेज दें।<br/>
शुभ रात्रि!Upload to Facebook
    कभी सोचते हैं एक गुलाब भेज दें;
    कभी चाहते हैं पूरा बाग़ भेज दें;
    जा रहे हो अगर आप सोने को तो दिल करता है;
    आपकी पलकों में प्यारा सा ख्वाब भेज दें।
    शुभ रात्रि!
  • मौत का बेरहम इतिहास बदल सकते हो;<br/>
पुण्य में पाप का विश्वास बदल सकते हो;<br/>
अपनी बाहों पर भरोसा अगर कर लो तो;<br/>
यह तो धरती तो क्या, तुम आकाश बदल सकते हो।<br/>
शुभ सप्ताहांत।Upload to Facebook
    मौत का बेरहम इतिहास बदल सकते हो;
    पुण्य में पाप का विश्वास बदल सकते हो;
    अपनी बाहों पर भरोसा अगर कर लो तो;
    यह तो धरती तो क्या, तुम आकाश बदल सकते हो।
    शुभ सप्ताहांत।
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