अगर किसी देश को भ्रष्टाचार मुक्त और सुन्दर-मन वाले लोगों का देश बनाना है तो, मेरा दृढ़तापूर्वक मानना है कि समाज के तीन प्रमुख सदस्य ये कर सकते हैं, पिता, माता और गुरु। |
सभी देशों के प्रति अच्छी भावना और न्याय रखें। सभी के साथ शांति और सद्भाव स्थापित करें। |
राष्ट्र निर्माण जागरूक बुद्धिजीवियों से ही संभव है। |
धन उत्तम कर्मों से उत्पन्न होता है। साहस, योग्यता, कीर्ति, वेग, दृढ़ निश्चय से बढ़ता है। चतुराई से फलता-फूलता है और संयम से सुरक्षित रहता है। |
ऐसे देश को छोड़ देना चाहिए जहाँ न आदर है, न जीविका, न मित्र, न परिवार और न ही ज्ञान की आशा। |
'इदं राष्ट्राय इदन्न मम'-मेरा यह जीवन राष्ट्र के लिए है। |
एक देश नारे लगाने से महान नहीं बन जाता। |
भारत में हम बस मौत, बीमारी, आतंकवाद और अपराध के बारे में पढ़ते है। |
ये मत पूछों की देश आपके लिए क्या कर सकता है, बल्कि ये पूछों कि तुम देश के लिए क्या कर सकते हो। |
देश कभी चोर उचक्कों की करतूतों से बरबाद नहीं होता बल्कि शरीफ़ लोगों की कायरता और निकम्मेपन से होता है। |