Hindi SMS

  • भारत में गोत्र सिर्फ दो ही समय पर बताया जाता है।</br>
एक विवाह के समय पर और दूसरा चुनाव के समय पर।Upload to Facebook
    भारत में गोत्र सिर्फ दो ही समय पर बताया जाता है।
    एक विवाह के समय पर और दूसरा चुनाव के समय पर।
  • सिर्फ वायरस ही नहीं खुद को भी फैलने से रोकना है!
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    सिर्फ वायरस ही नहीं खुद को भी फैलने से रोकना है!
  • माँ: बेटा घर आजा तेरी पसंद की सब्ज़ी बनाई है!</br>
पापा: बेटा घर आजा तेरे लिए बाइक लेना है!</br>
बहन: भईया घर मत आना, तुम्हारी पॉकेट से सिगरेट मिली है!</br>
एक हज़ारों में मेरी बहना है!Upload to Facebook
    माँ: बेटा घर आजा तेरी पसंद की सब्ज़ी बनाई है!
    पापा: बेटा घर आजा तेरे लिए बाइक लेना है!
    बहन: भईया घर मत आना, तुम्हारी पॉकेट से सिगरेट मिली है!
    एक हज़ारों में मेरी बहना है!
  • 'पागल' शब्द भी अजीब है!</br>
लोग कहें तो बुरा लगता है, कोई लड़की कहे तो प्यार नज़र आता है!Upload to Facebook
    'पागल' शब्द भी अजीब है!
    लोग कहें तो बुरा लगता है, कोई लड़की कहे तो प्यार नज़र आता है!
  • कुछ भी कहो राक्षस जाती हँसमुख बहुत थी!</br>
हर बात बोलने के बाद हँसते ज़रूर थे!</br>
ऐसे ही मेरे दोस्त करते हैं! राक्षस ही हैं वो भी!Upload to Facebook
    कुछ भी कहो राक्षस जाती हँसमुख बहुत थी!
    हर बात बोलने के बाद हँसते ज़रूर थे!
    ऐसे ही मेरे दोस्त करते हैं! राक्षस ही हैं वो भी!
  • पहले लोग दरवाज़ा खटखटाते थे और भाग जाते थे!</br>
अब मैसेज भेजते हैं और फिर डिलीट कर देते हैं!</br>
हरकत वही, सोच नयी!Upload to Facebook
    पहले लोग दरवाज़ा खटखटाते थे और भाग जाते थे!
    अब मैसेज भेजते हैं और फिर डिलीट कर देते हैं!
    हरकत वही, सोच नयी!
  • आज का ज्ञान:</br>
जब बंदे को UPSC का भूत चढ़ता है तो सबसे पहले दोस्तों और WhatsApp से रिश्ता तोड़ता है!Upload to Facebook
    आज का ज्ञान:
    जब बंदे को UPSC का भूत चढ़ता है तो सबसे पहले दोस्तों और WhatsApp से रिश्ता तोड़ता है!
  • बचपन में पैसा नहीं था लेकिन सुकून बहुत था!</br>
खैर पैसा तो अब भी नहीं है लेकिन सुकून भी चला गया!Upload to Facebook
    बचपन में पैसा नहीं था लेकिन सुकून बहुत था!
    खैर पैसा तो अब भी नहीं है लेकिन सुकून भी चला गया!
  • प्रकृति के साथ तो खिलवाड़ उसी दिन हो गया था,</br>
जब ये गाना बना था, `तूने काजल लगाया, दिन में रात हो गयी!`Upload to Facebook
    प्रकृति के साथ तो खिलवाड़ उसी दिन हो गया था,
    जब ये गाना बना था, "तूने काजल लगाया, दिन में रात हो गयी!"
  • जो पूरे बदन को महका दे उसे इत्र कहते हैं!</br>
और जो इज़्ज़त की धज्जियाँ उदा दे उसे मित्र कहते हैं!Upload to Facebook
    जो पूरे बदन को महका दे उसे इत्र कहते हैं!
    और जो इज़्ज़त की धज्जियाँ उदा दे उसे मित्र कहते हैं!
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