भारत में गोत्र सिर्फ दो ही समय पर बताया जाता है। एक विवाह के समय पर और दूसरा चुनाव के समय पर। |
सिर्फ वायरस ही नहीं खुद को भी फैलने से रोकना है! |
माँ: बेटा घर आजा तेरी पसंद की सब्ज़ी बनाई है! पापा: बेटा घर आजा तेरे लिए बाइक लेना है! बहन: भईया घर मत आना, तुम्हारी पॉकेट से सिगरेट मिली है! एक हज़ारों में मेरी बहना है! |
'पागल' शब्द भी अजीब है! लोग कहें तो बुरा लगता है, कोई लड़की कहे तो प्यार नज़र आता है! |
कुछ भी कहो राक्षस जाती हँसमुख बहुत थी! हर बात बोलने के बाद हँसते ज़रूर थे! ऐसे ही मेरे दोस्त करते हैं! राक्षस ही हैं वो भी! |
पहले लोग दरवाज़ा खटखटाते थे और भाग जाते थे! अब मैसेज भेजते हैं और फिर डिलीट कर देते हैं! हरकत वही, सोच नयी! |
आज का ज्ञान: जब बंदे को UPSC का भूत चढ़ता है तो सबसे पहले दोस्तों और WhatsApp से रिश्ता तोड़ता है! |
बचपन में पैसा नहीं था लेकिन सुकून बहुत था! खैर पैसा तो अब भी नहीं है लेकिन सुकून भी चला गया! |
प्रकृति के साथ तो खिलवाड़ उसी दिन हो गया था, जब ये गाना बना था, "तूने काजल लगाया, दिन में रात हो गयी!" |
जो पूरे बदन को महका दे उसे इत्र कहते हैं! और जो इज़्ज़त की धज्जियाँ उदा दे उसे मित्र कहते हैं! |