खुदा ने दोस्त को दोस्त से मिलवाया; दोस्तों के लिए दोस्ती का रिश्ता बनाया; फिर खुदा ने फरमाया कि; दोस्ती रहेगी उसकी कायम, जिसने दोस्ती को दिल से निभाया। |
मशहूर होना पर कभी मगरूर न होना; कामयाबी के नशे में कभी चूर न होना; अगर मिल भी जाये सारी कायनात आपको; अपनों से फिर भी कभी दूर न होना। |
मेरा हर पल आज खूबसूरत हैं; दिल में जो सिर्फ तेरी ही सूरत है; कुछ भी कहे ये दुनिया ग़म नहीं; दुनिया से ज्यादा हमें तेरी ज़रूरत है। |
छोटी सी बात पे लोग रूठ जाते हैं; हाथ उनसे अनजाने में छूट जाते हैं; कहते हैं बड़ा नाज़ुक है अपनेपन का रिश्ता; इसमें हँसते-हँसते भी दिल टूट जाते हैं। |
भले ही राह चलतों का दामन थाम ले; मगर मेरे प्यार को भी तू पहचान ले; कितना इंतज़ार किया है तेरे इश्क़ में; ज़रा यह दिल की बेताबी तू भी जान ले। |
उम्मीदों को टूटने मत देना; इस दोस्ती को कम होने मत देना; दोस्त मिलेंगे हमसे भी अच्छे पर; इस दोस्त को यूँ ही भुला मत देना। |
कौन कहता है हम आपको याद नहीं करते; करते तो हैं मगर इज़हार नहीं करते; सोचते हैं कहीं यादें बिखर न जायें; इसलिए हर बार दीदार नहीं करते। |
करीब इतना रहो कि रिश्तों में प्यार रहे; दूर भी इतना रहो कि आने का इंतज़ार रहे; रखो उम्मीद रिश्तों के दरमियान इतनी; कि टूट जाये उम्मीद मगर रिश्ते बरक़रार रहें। |
हम तेरे दिल में रहेंगे एक याद बनकर; तेरे लब पे खिलेंगे मुस्कान बनकर; कभी हमें अपने से जुदा न समझना; हम तेरे चलेंगे आसमान बनकर। |
कुछ रिश्ते अनजाने में बन जाते हैं; पहले दिल से फिर ज़िंदगी से जुड़ जाते हैं; क्या कहते हैं उस दौर को; जिसमे अनजाने न जाने कब अपने बन जाते हैं। |