खुदा से कोई बात अंजान नहीं होती; इंसान की बंदगी बेईमान नहीं होती; कहीं तो माँगा होगा हमने भी एक प्यारा सा दोस्त; वर्ना यूंही हमारी आपसे पहचान न होती। |
मैंने तुझको ही चाहा है; तू ही मेरा पहला प्यार है; मेरे दिल की तू ही धड़कन; तेरा ही मुझको इंतज़ार है। |
तेरी याद में आंसुओं का समंदर बना लिया; तन्हाई के शहर में अपना घर बना लिया; सुना है लोग पूजते हैं पत्थर को; इसीलिए मैंने अपना दिल पत्थर बना लिया। |
अनजाने में दिल गँवा बैठे; इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे; उनसे क्या गिला करें; भूल हमारी थी जो बिना दिल वालों से दिल लगा बैठे। |
ऐ खुदा एक पल के लिए उसे मेरा बना दे; कितना चाहते हैं उसे कोई ये बता दे; हर पल देखूं सिर्फ़ सपने उसी के; ना जागूं कभी, खुदा ऐसी नींद सुला दे। |
अगर प्यार में पैसे की अहमियत नहीं होती तो हर कहानी में लड़की के ख्वाबों में कोई राजकुमार ही क्यों होता है? कभी सुना है कि "मेरे सपनों का मोची, बारात ले कर आएगा।" |
कुछ पल जी लो, शायद हम फ़िर ना मिलें; याद कर लो शायद फ़िर वक़्त ना मिले; चले जाएंगे ज़िंदगी से इतनी दूर; कि हकीकत में तो क्या शायद फ़िर सपनें में भी ना मिलें। |
कौन कहता है कि हमारी जुदाई होगी; ये अफवाह किसी दुश्मन ने फैलाई होंगी; शान से रहेंगे आपके दिल में; इतने दिनों में कुछ तो जगह बनाई होगी। |
वो एक दोस्त जो खुदा सा लगता है; बहुत पास है दिल के, फिर भी जुदा सा लगता है; बहुत दिनों से आया नहीं पैगाम उसका; शायद किसी बात पर खफ़ा सा लगता है। |
बात इतनी सी थी कि तुम अच्छे लगते थे। अब बात इतनी बढ़ गई कि तुम बिन कुछ अच्छा नहीं लगता। |