हमने ये शाम चिरागों से सजा रखी है; आपके इंतजार में पलके बिछा रखी हैं; हवा टकरा रही है शमा से बार-बार; और हमने शर्त इन हवाओं से लगा रखी है। |
प्यार की कमी को पहचानते हैं हम; दुनिया के गमों को भी जानते हैं हम; आप जैसे दोस्त का सहारा है; तभी तो आज भी हंसकर जीना जानते हैं हम। |
जाने दुनियां में ऐसा क्यों होता है; जो सब को ख़ुशी दे, वही क्यों रोता है; उम्र भर जो साथ ना दे सके; वही ज़िंदगी का पहला प्यार क्यों होता है। |
कुछ खोये बिना हमने पाया है; कुछ मांगे बिना हमें मिला है; नाज़ है हमें अपनी तक़दीर पर; जिसने आप जैसे दोस्त से मिलाया है। |
बहुत अजीब है यह बंदिशें मोहब्बत की; कोई किसी को बहुत टूट कर चाहता है; और कोई किसी को चाह कर टूट जाता है। |
किसने इस दोस्ती को बनाया; कहाँ से ये दोस्ती शब्द आया; दोस्ती का सबसे ज्यादा फायदा तो हमने उठाया; क्योंकि दुनिया का सबसे प्यारा दोस्त तो हमारे हिस्से में आया। |
रिश्ते काँच की तरह होते हैं; टूटे जाए तो चुभते हैं; इन्हे संभालकर हथेली पर सजाना; क्योंकि इन्हें टूटने मे एक पल; और बनाने मे बरसो लग जाते हैँ। |
कोई दूर है तो कोई पास है; यह वक़्त-वक़्त की बात है; हम तुम दूर हैं तो क्या हुआ; आपकी चाहत की यादें तो हमेशा अपने साथ हैँ। |
प्यार की अनदेखी सूरत आप हैं; मेरी जिंदगी की ज़रूरत आप हैं; खूबसूरत तो फूल भी बहुत हैं; मगर मेरे लिए फूल से भी खूबसूरत आप हैं। |
हम तेरे साथ चलेंगे तू चले ना चले; तेरा हर दर्द सहेंगे तू कहे ना कहे; सजी रहेगी दुनियां तेरी खुशियों से हमेशा; चाहे हम इस दुनियां में रहें ना रहें। |