कितनी जल्दी ज़िंदगी गुज़र जाती है; प्यास बुझती नहीं बरसात चली जाती है; आप की यादें कुछ इस तरह आती हैं; नींद आती नहीं और रात गुज़र जाती है। शुभ रात्रि! |
इतना इंतज़ार तो अपनी धड़कनों का नहीं; जितना आपकी आँखों का करते हैं; इतना इंतज़ार तो अपनी साँसों का नहीं; जितना आपसे मुलाक़ात का करते हैं। सुप्रभात! |
दिल से निकली है दुआ हमारी; जिन्दगी में मिले आपको खुशियां; गम न दे खुदा आपको कभी; चाहे तो एक ख़ुशी कम कर ले हमारी। शुभ रात्रि! |
मत मुस्कुराओ इतना कि फूलों को खबर लग जाये; हम करें आपकी तारीफ और आपको नजर लग जाये; खुदा करे खुशियों से भरी हो आपकी जिंदगी; करते हैं ये दुआ कि इसको किसी की नज़र न लग जाये। सुप्रभात! |
वो दिल ही क्या जो तेरे मिलने की दुआ न करे; मैं तुझ को भूल कर ज़िंदा रहूँ, ऐसा ख़ुदा न करे; रहे तेरा साथ ज़िन्दगी भर के लिए; बस इसी दुआ के साथ ये ज़िन्दगी कटती रहे शुभ रात्रि! |
कभी ये धड़कन आपसे जो भी कहे; फिर साँसों को भी उसकी ख़बर न हो; बहुत गहरा है ये रिश्ता हमारा; करते हैं दुआ कि किसी की नज़र न लगे। सुप्रभात! |
ज़िंदगी में हम आपसे कभी जुदा नहीं होंगे; जुदा होना भी चाहो तो हम होने नहीं देंगे; सुनहरी रातों में जब सताएगी हमारी याद; तब हमारी यादों के वो पल आपको सोने नहीं देंगे। शुभ रात्रि! |
ऐ सुबह तुम जब भी आना; सब के लिए बस खुशियाँ लाना; हर चेहरे पर हँसी सजाना; हर आँगन में फूल खिलाना। सुप्रभात! |
तोहफ़े में दिल दे दूँ , या दूँ चाँद तारे; जन्मदिन पर आपको क्या दूँ ये पूछें मुझको सारे; जीवन आपके नाम करूँ तो भी कोई ग़म नहीं; दुआ है यह हो सारी खुशियाँ दामन में तुम्हारे। जन्मदिन मुबारक़ |
इस तरह से आप हमें सताते हो; भुलाने पर भी याद आ जाते हो; रात के अंधेरे में ख़ुदा से मांगते हैं; तब जाकर हमारे सपनों में आते हो। शुभ रात्रि! |