Wishes Hindi SMS

  • फूलों ने अमृत का जाम भेजा है;
    सूरज ने गगन से सलाम भेजा है;
    मुबारक हो आपको नयी सुबह;
    तहे-दिल से हमने यह पैगाम भेजा है।
  • पिता जिसका था हिन्द की चादर;<br/>
आप बना वो रक्षक निमानों का;<br/>
खिड़े माथे जिसने सरबंस वार दिया;<br/>
वो है गुरु बलिदानियों का;<br/>
जिसका जीवन था देश और कौम के नाम;<br/>
यह है साका उसकी कुर्बानियों का।<br/>
श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के गुरपुरब की मंगल कामनाएं!Upload to Facebook
    पिता जिसका था हिन्द की चादर;
    आप बना वो रक्षक निमानों का;
    खिड़े माथे जिसने सरबंस वार दिया;
    वो है गुरु बलिदानियों का;
    जिसका जीवन था देश और कौम के नाम;
    यह है साका उसकी कुर्बानियों का।
    श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के गुरपुरब की मंगल कामनाएं!
  • पलकों पर दस्तक देने कोई ख़्वाब आने वाला है;
    ख़बर मिली है कि वो ख़्वाब सच होने वाला है;
    हमने कहा उसकी पलकों पर जा;
    जो प्यारा सा दोस्त सोने वाला है।
    शुभरात्रि!
  • मौसम की बहार अच्छी हो;
    फूलों की कलियां कच्ची हो;
    हमारी यह दोस्ती सच्ची हो;
    बस एक ही दुआ है मेरे दोस्त की हर सुबह अच्छी हो।
    सुप्रभात!
  • आकाश के तारों में खोया है जहां सारा;<br/>
लगता है प्यारा एक-एक तारा;<br/>
उन तारों में सबसे प्यारा है एक सितारा;<br/>
जो इस वक़्त पढ़ रहा है संदेश हमारा।<br/>
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    आकाश के तारों में खोया है जहां सारा;
    लगता है प्यारा एक-एक तारा;
    उन तारों में सबसे प्यारा है एक सितारा;
    जो इस वक़्त पढ़ रहा है संदेश हमारा।
    शुभरात्रि!
  • सुबह का मौसम जैसे जन्नत का एहसास;
    आँखों में नींद और चाय की तलाश;
    जागने की मज़बूरी थोड़ा और सोने की आस;
    पर आपका दिन शुभ हो हमारी सुप्रभात के साथ।
    सुप्रभात!
  • रात काफी हो चुकी है;<br/>
अब चिराग़ बुझा दीजिए;<br/>
एक हसीं ख़्वाब राह देख रहा है आपका;<br/>
बस पलकों के पर्दे गिरा दीजिए।<br/>
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    रात काफी हो चुकी है;
    अब चिराग़ बुझा दीजिए;
    एक हसीं ख़्वाब राह देख रहा है आपका;
    बस पलकों के पर्दे गिरा दीजिए।
    शुभरात्रि!
  • रात ने चादर समेट ली है;
    सूरज ने किरने बिखेर दी हैं;
    चलो उठो और धन्यवाद करो अपने भगवान का;
    जिसने हमें यह प्यारी सी सुबह दी है।
    सुप्रभात!
  • चाँद को बिठा के पहरे पे;<br/>
तारों को दिया निगरानी का काम;<br/>
एक रात सुहानी आपके लिए;<br/>
एक मीठा सा सपना आपकी आँखों के नाम।<br/>
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    चाँद को बिठा के पहरे पे;
    तारों को दिया निगरानी का काम;
    एक रात सुहानी आपके लिए;
    एक मीठा सा सपना आपकी आँखों के नाम।
    शुभरात्रि!
  • सुबह के फ़ूल खिल गए;<br/>
पंछी अपने सफ़र पे उड़ गए;<br/>
सूरज आते ही तारे छुप गए;<br/>
क्या आप भी मीठी नींद से उठ गए।<br/>
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    सुबह के फ़ूल खिल गए;
    पंछी अपने सफ़र पे उड़ गए;
    सूरज आते ही तारे छुप गए;
    क्या आप भी मीठी नींद से उठ गए।
    सुप्रभात!
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