मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कल यानी सोमवार को एक विस्तृत बैठक हुई, जिस दौरान एम्स की फॉरेंसिक टीम ने सीबीआई को अपने निर्णायक निष्कर्ष रिपोर्ट दे दी है। बता दें कि डॉ सुधीर गुप्ता की अध्यक्षता वाली समिति का गठन केंद्रीय जांच ब्यूरो के अनुरोध पर किया गया था ताकि पोस्टमार्टम और विसरा रिपोर्ट का अध्ययन अच्छे से किया जाए।
पिछले दिनों बताया गया था कि एम्स की फॉरेंसिक टीम ने सुशांत की मौत में जहर की जांच के लिए विसरा टेस्ट किया था। इससे पहले सीबीआई ने सुशांत सिंह राजपूत के मुंबई स्थित घर पर फॉरेंसिक जांच और आगे की जांच के लिए दिल्ली एम्स से तीन सदस्यीय डॉक्टरों की एक विशेष टीम बुलाई थी। सुशांत के विसरा जांच में सैंपल का परीक्षण करने के लिए एम्फ़ैटेमिन, कैनबिस, ओपियोड, कोकीन, हेरोइन आदि ड्रग का भी टेस्ट किया गया। मीडिया खबरों की मानें तो इन ड्रग के सैंपल टेस्ट से यह पता चला है कि अभिनेता ने किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थ का सेवन नही किया था|
दरअसल, किसी भी इंसान की मौत हो जाने के बाद अगर पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराती है, तो इस दौरान मरने वाले के शरीर से विसरल पार्ट यानि आंत, दिल, किडनी, लीवर आदि अंगों का सैंपल लिया जाता है, उसे ही विसरा कहा जाता है। अगर किसी शख्स की मौत संदिग्ध हालात में होती है, उसकी मौत के पीछे पुलिस या परिवार को किसी भी तरह के ड्रग या जहर का शक होता है, तो ऐसे मामलों में मौत की वजह जानने के लिए विसरा की जांच की जाती है।
गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को मुंबई के बांद्रा में स्थित अपने घर में मृत पाए गए थे। सुशांत सिंह के अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला था कि उनके शरीर पर किसी भी तरह के चोट निशान नहीं मिले थे। हालांकि, बाद में सुशांत के परिवार की ओर से एफआईआर कराए जाने के बाद से मामले ने तूल पकड़ लिया और अब इसकी जांच तीन एजेंसियां ईडी, सीबीआई और एनसीबी कर रही हैं|