अभिनेता सोनू सूद ने अपने घरों तक पहुंचने में हजारों लोगों की मदद की और लॉकडाउन के दौरान संकट में मदद करने के लिए सड़क पर उतर आए। हालांकि कोई आश्चर्य नहीं है कि कोलकाता की दुर्गा पूजा समिति ने अभिनेता और उनके मानवीय कामों को शामिल किया है। केस्टोपुर प्रफुल्ल कनन पश्चिम अधिबस्ती ब्रिंदो पूजा समिति का यह 18वां साल है, जब उन्होंने दुर्गा पूजा पंडाल लगाया है। देखिये-
My biggest award ever 🙏 https://t.co/4hOUeVh2wN
— sonu sood (@SonuSood) October 21, 2020
इस साल पंडाल की थीम कोरोना लॉकडाउन के संकट काल कि रखी गई है। इसमें पांच प्रमुख दृश्य दिखाए गए हैं, उत्तर प्रदेश में प्रवासी मजदूरों के पलायन के दौरान एक वीडियो खूब वायरल हुआ था। यह वीडियो था एक मां और बेटे का, मां बेटे को पैदल लेकर जा रही है। बच्चा थक जाता है तो वह उसे सूटकेस के उपर सुला लेती है। सूटकेस को रस्सी से बांधकर वह खींचती हुई पैदल चलती है। यह दृश्य भी दुर्गा पूजा पंडाल की थीम का हिस्सा है।
अगर आपको याद हो महाराष्ट्र की वह खबर, जब सैकड़ों मील पैदल चलकर मजदूर थक गए और रेलवे ट्रैक पर सो गए। ट्रेन की चपेट में आने से कई मजदूरों की मौत हो गई थी। इस थीम में यह दृश्य भी दिखाया गया है, एक ट्रैक पर ट्रेन आती हुई नजर आ रही है और ट्रैक पर मजदूर बेधड़क सो रहे हैं।
हाल ही में क्लब के सचिव रूमन चंदा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि बताया हम एक ऐसा विषय बनाना चाहते थे जो आम लोगों की भावनाओं को जाहिर करे। हमने जितनी भी थीम सोचीं, उनमें से प्रवासी मजदूरों का संकट और जिस तरह से सोनू सूद ने उनकी मदद की, यह विषय सबसे ज्यादा मानवीय था| लोगों के सराहना करने के अंदाज़ बदल जाते हैं, लेकिन हर कोई इस एक्टर को अपने ही अंदाज में ट्रिब्यूट देना पसंद करता है|