जिंदगी की हक़ीकत सिर्फ इतनी होती है;
जब जागता है इंसान तो किस्मत सोती है;
इंसान जिस पर अपना हक़ खुद से ज्यादा समझता है;
वो अमानत अक्सर किसी और की होती है!
हमने भी किसी से प्यार किया था;
कम नहीं, बेशुमार किया था;
ज़िंदगी बदल गई थी तब उसने कहा कि;
पागल तू सच समझ बैठा, मैने तो मज़ाक किया था।
अगर मैं मर जाउँ तो मुझे जला देना;
लेकिन उससे पहले मेरे दिल को निकाल लेना;
मुझे परवाह नहीं इस दिल के जल जाने की;
मुझे परवाह है इस दिल में रहने वाले की।

मैं कैसे यकीन कर लूँ कि उन्हें मोहब्बत नहीं थी हमसे;
सुना है वो आज भी रोते हैं, हमारी तस्वीर अपने सीने से लगाकर।
सच्चे प्यार में निकले आंसू और बच्चे के आंसू एक सामान होते हैं;
क्योंकि दोनों को पता है कि दर्द क्या है, पर किसी को बता नहीं सकते।

जब प्यार के एहसास को समझ जाओगे;
हर तरफ मेरा ही नाम पाओगे;
मेरी मोहब्बत उस वक़्त देगी आवाज़;
जब तुम भीड़ में खुद को अकेला पाओगे।
मोहब्बत भी उस मोड़ पे पहुँच चुकी है कि अब उसको प्यार से भी मैसेज करो, तो वो पूछती है, "कितनी पी है?"
होती नहीं है मोहब्बत सूरत से;
मोहब्बत तो दिल से होती है;
सूरत उनकी खुद-ब-खुद लगती है प्यारी;
कदर जिनकी दिल में होती है।
टूटा हुआ फूल खुश्बू देता है;
बीता हुआ पल यादें देता है;
हर शख्स का अपना अंदाज़ होता है;
कोई प्यार में ज़िंदगी, तो कोई ज़िंदगी में प्यार दे जाता है।
चाहत है बस तुम्हें पाने की;
कोई और तम्मना नहीं इस दीवाने की;
आपसे नहीं, खुदा से शिकवा है मुझे;
ज़रूरत क्या थी तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की।