
देश के लिए जिसने विलास को ठुकराया था;
त्याग विदेशी धागे उसने खुद ही खादी बनाया था;
पहन के काठ की चप्पल जिसने सत्यग्रह का पाठ पढ़ाया था;
देश का था अनमोल वो दीपक जो महात्मा कहलाया था।
गाँधी जयंती की शुभ कामनायें!

त्याग विदेशी धागे उसने खुद ही खादी बनाया था;
पहनकर काठ की चप्पल जिसने;
सत्याग्रह का राग सुनाया था।
शुभ गाँधी जयंती!

खुशनसीब होते हैं वो लोग, जो इस देश पर कुर्बान होते हैं;
जान देकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं;
करते हैं सलाम उन देश प्रेमियों को;
जिनके कारण इस तिरेंगे का मान होता है।
शुभ गाँधी जयंती!
मुन्ना भाई: अबे सर्किट, बापू बोले तो गाँधी जी कपड़े क्यों नहीं पहनते थे?
सर्किट: भाई बोले तो बापू भी उस टाइम के सलमान खान थे।
शुभ गाँधी जयंती!
सिंधी चौदवीं मंजिल से नीचे गिर गया।
गिरते वक़्त उसने अपनी घर की खिड़की में से अपनी पत्नी को रोटी पकाते हुए देखा तो चिल्लाकर बोला:
.
..
...
"मेरी रोटी मत पकाना।"

बापू बापू कहते थे, बुहत सुखी रहते थे;
जब से बापू कहलवाया, बुहत दुःख पाया!
बापू के जनम दिवस का हार्दिक अभिनन्दन!
संता: एक बात बता यह बापू का सभी नोटों पर हँसता हुआ फोटो क्यों है?
बंता: मुझे क्या पता?
संता: अरे पागल, रोयेंगे तो नोट गीला हो जाएगा ना!
शुभ गाँधी जयंती!
अध्यापक: 1869 ईo में क्या हुआ था?
पप्पू: जी, गाँधी जी पैदा हुए थे!
अध्यापक: और 1873 ईo में?
पप्पू: जी, गांधी जी 4 साल के हो गए थे!
शुभ गाँधी जयंती!
देश के लिए जिसने विलास को ठुकराया था;
त्याग विदेशी धागे उसने, खुद ही खादी बनाया था;
पहनकर काठ की चप्पल जिसने, सत्याग्रह का राग सुनाया था;
वो महात्मा गाँधी कहलाया था!
शुभ गाँधी जयंती!
इश्वर अल्ला तेरो नाम, सब को सम्पति दे भगवान!
बोले तो गाँधी जयंती और गांधी गीरी जिंदाबाद!