ज़िंदगी का हर पल खुशियों से कम न हो;
आपका हर दिन किसी मुबारक दिन से कम न हो;
ये दिन आपको हमेशा नसीब हो;
जिसमे कोई दुःख और कोई ग़म न हो।
रमजान मुबारक!
आसमान पे नया चाँद है आया;
सारा आलम ख़ुशी से जगमगाया;
हो रही है सहर-ए-इफ्तार की तैयारी;
सज रही है दुआओं की सवारी;
पूरे हों आपके दिल के सब अरमान;
मुबारक हो आपको प्यारा रमजान।
खुदा का शुक्र है रमजान आया;
मसीहा बनके है मेहमान आया;
मेरी आँखें बिछी हैं उसकी राह मे;
बड़े रुतबे का है सुल्तान आया।
रमजान मुबारक!
रमदान का चाँद देखा, रोज़े की दुआ माँगी;
रौशन सितारा देखा, आप की खैरियत की दुआ माँगी।
रमदान मुबारक!
वो सहरी की ठंडक;
वो इफ़्तार की रौनक;
वो आसमान का नूर;
वो तारों की चमक;
वो मस्जिदों का संवरना;
वो मीनारों का चमकना;
वो मुसलमानों की धूम;
वो फरिश्तों का हूजूम।
इन सबके साथ रमदान मुबारक!
बरसेगा इंसान पे आज अल्लाह का नूर इस कदर;
होता है समुन्दर में पानी जिस कदर;
अगर इबादत में रहे मशरूफ आज हम;
आज चमकेगा ज़रूर हमारा मुक़द्दर;
करेगा जो इबादत अगर आज शाम-ओ-सहर;
अल्लाह की रहमत-ए-नजर होगी उस पर।
रमदान मुबारक!
कितनी जल्दी ये अरमान गुजर जाता है;
प्यास लगती नहीं इफ्तार गुजर जाता है;
हम गुनाहगारों की मगफिरत कर मेरे अल्लाह;
इबादत होती नहीं और रमदान गुजर जाता है।
मौसम मस्त है;
माहौल ज़बरदस्त है;
रोज़े की तैयारी में सब व्यस्त हैं;
सोचा था कॉल करके विश कर दें;
पर पता चला इस रूट की सभी लाइने व्यस्त हैं।
रमदान मुबारक!
चाँद की पहली दस्तक पे;
चाँद मुबारक कहते हैं;
सबसे पहले हम आपको;
"रमदान मुबारक कहते हैं!"
रमदान का चाँद देखा;
रोज़े की दुआ मांगी;
रोशन सितारा देखा;
आपकी खैरियत की दुआ मांगी।
रमदान मुबारक!