तेरा सपना क्यों पूरा नहीं होता;
हिम्मत वालों का इरादा अधूरा नहीं होता;
जिस इंसान के होते हैं कर्म अच्छे;
उस के जीवन में कभी अँधेरा नहीं होता।
करे कोशिश अगर इंसान तो क्या-क्या नहीं मिलता;
वो सिर उठा के तो देखे जिसे रास्ता नहीं मिलता;
भले ही धूप हो, काँटे हों राहों में मगर चलना तो पड़ता है;
क्योंकि किसी प्यासे को घर बैठे कभी दरिया नहीं मिलता।

हर कामयाबी पे तुम्हारा नाम होगा;
तुम्हारे हर कदम पे दुनिया का सलाम होगा;
डट कर करना सामना तुम मुश्किलों का;
एक दिन वक़्त भी तुम्हारा गुलाम होगा।
हो कर मायूस न यूँ शाम से ढलते रहिए;
ज़िंदगी भोर है सूरज से निकलते रहिए;
एक ही पाँव पर ठहरोगे तो थक जाओगे;
धीरे-धीरे ही सही राह पर सदा चलते रहिए।
जीत और हार आपकी सोच पर ही निर्भर करती है;
मान लो तो हार होगी और ठान लो जीत होगी।
हौंसले बुलंद कर रास्तों पर चल दे;
तुझे तेरा मुक़ाम मिल जायेगा;
बढ़ कर आगे अकेला तू पहल कर;
देख कर तुझको काफिला खुद बन जायेगा।

दर्द में भी जो हँसना चाहो, तो हँस पाओगे;
टूटे फूलों को भी पानी में डालो, तो उनमें भी महक पाओगे;
ज़िंदगी किसी ठहराव में, कहीं रुकती नहीं;
हिम्मत जो करोगे तो मंज़िल खुद-ब-खुद पा जाओगे।
क्यों डरें कि ज़िंदगी में क्या होगा;
हर वक़्त क्यों सोचें कि बुरा होगा;
बढ़ते रहें मंज़िलों की ओर हम;
कुछ ना मिला तो क्या हुआ, तज़ुर्बा तो नया होगा।

मुश्किल इस दुनिया में कुछ भी नहीं;
फिर भी लोग अपने इरादे तोड़ देते हैं;
अगर सच्चे दिल से हो चाहत कुछ पाने की;
तो रास्ते के पत्थर भी अपनी जगह छोड़ देते हैं।

खुशियां मिल ही जाएँगी एक दिन रोते-रोते ही सही;
कमज़ोर दिल के हैं वो लोग जो हँसने की सोचते ही नहीं;
पूरे होंगे हर वो ख्वाब जो देखे हैं अँधेरी रातों में;
ना समझ हैं वो जो डर से पूरी रात सोते ही नहीं।