ज़िंदगी गुरु से ज्यादा सख्त होती है;
गुरु सबक देकर इम्तिहान लेता है और ज़िंदगी इम्तिहान लेकर सबक देती है।
ज़िंदगी में हम ने कभी कुछ चाहा ही नहीं;
जिसे चाहा उसे कभी पाया ही नहीं;
जिसे पाया उसे यूँ खो दिया;
जैसे ज़िंदगी में कभी कोई आया ही नहीं।
वक़्त सबको मिलता है ज़िंदगी बदलने के लिए;
पर ज़िंदगी दोबारा नहीं मिलती वक़्त बदलने के लिए।

हर पल में प्यार है, हर लम्हें में ख़ुशी है;
कह दो तो यादें हैं,जी लो तो ज़िंदगी है।
ज़िंदगी ने पुछा, "सपना क्या होता है?"
तो हक़ीक़त बोली, "बंद आँखों में जो अपना होता है, खुली आँखों में वही सपना होता है।"

जिसकी सुबह अच्छी, उसका दिन अच्छा;
जिसकी शाम अच्छी, उसकी रात अच्छी;
जिसके दोस्त अच्छे, उसकी ज़िंदगी अच्छी।
बहुत रोया था मैं, जब मेरा जन्म हुआ था और हँस रही थी यह दुनियाँ;
बदला लूंगा एक दिन मौत के समय हँसता हुआ जाउंगा और रोएगी यह दुनिया।
खुशियाँ बटोरते बटोरते उम्र गुजर गई , पर खुश ना हो सके, एक दिन एहसास हुआ , खुश तो वो लोग थे जो खुशियाँ बांट रहे थे!
सपनों की मंज़िल पास नहीं होती;
ज़िंदगी हर पल उदास नहीं होती;
ख़ुदा पे यकीन रखना मेरे दोस्त;
कभी-कभी वो भी मिल जाता है जिसकी आस नहीं होती।

ज़िंदगी एक तीन पेज की पुस्तक की तरह है;
पहला और अंतिम पेज भगवान ने लिख दिया है;
पहला पेज जन्म और अंतिम पेज मृत्यु;
बीच के पेज को भरना है प्यार, विश्वास और मुस्कुराहट से।