रात की चांदनी आपको सदा सलामत रखे;
परियों की आवाज़ आपको सदा आबाद रखे;
पूरी कायनात को खुश रखने वाला वो रब;
आपकी हर एक ख़ुशी का ख्याल रखे।
शुभ रात्रि!
ये सुबह जितनी खूबसूरत है उतना ही खूबसूरत आपका हर पल हो;
जितनी भी खुशियां आज आप के पास हैं, उससे भी अधिक कल हो।
सुप्रभात!
या रब तू अपना जलवा दिखा दे;
उनकी ज़िंदगी को भी अपने नूर से सज़ा दे;
बस इस दिल की यही दुआ है ऐ मालिक;
उनके सपनो को तू हक़ीक़त बना दे।
शुभ रात्रि!
इस नयी सुबह का यह नया सवेरा;
सूरज की किरणों संग है हवाओं का बसेरा;
आसमान में है खिला सूरज का चेहरा;
मुबारक हो आपको हसीन यह सवेरा।
सुप्रभात!
मुबारक हो तुमको यह जन्मदिन तुम्हारा;
जो मांगो तुम रब से वो मिल जाये तुम्हें सारा;
दुखो की कभी काली रात ना आये;
खुशियों से भर जाये घर का आँगन सारा;
मुबारक हो तुमको यह जन्मदिन तुम्हारा।
तेरी चाहत तेरी उल्फत की अदा काफी है;
ज़िंदा रहने के लिए तेरी वजह काफी है;
बे-वजह हाथ उठाने की ज़रूरत है;
दिल से मांगो तो बस एक दुआ ही काफी है।
शुभ रात्रि!
हर फूल मुबारक हो तुमको;
हर बहार मुबारक हो तुमको;
शायद कल हम रहे न रहें;
पर हर दिन मुबारक हो तुमको।
सुप्रभात!
आपके इंतज़ार का दर्द तो हम चुपचाप सहते हैं;
क्योंकि आप ही हो जो हर पल हमारे दिल में रहते हो;
ना जाने हमें नींद आएगी भी या नहीं;
मगर आप ठीक से सो सको इसलिए आपको शुभ रात्रि कहते हैं।
शुभ रात्रि!
हर सुबह तेरी ज़िंदगी में नयी रौशनी हो;
ग़मों का कहीं नाम न हो हर जगह ख़ुशी ही ख़ुशी हो;
अगर आ जाये कभी कोई मुसीबत;
तुझसे मिलने से पहले वो मेरे रु-ब-रु हो।
सुप्रभात!
जन्मदिन पर आपके दिल से आई है दुआ;
ग़म से कभी हो न मुलाकात, खुशियों से कभी हों न जुदा;
छू लो ऊंचाइयों को बढाकर हाथ और मिल जाये हर मंज़िल आपको;
जिसकी रही है चाहत सदा, वो भी सजदा करे आकर आपको।
जन्मदिन की शुभ कामनायें!