
हास्य टॉनिक है, राहत है, दर्द रोकने वाला है।

जहाँ जाइये प्यार फैलाइए। जो भी आपके पास आये वह और खुश होकर लौटे।

खुश रहो लेकिन कभी संतुष्ट मत रहो।

जो चाहा वो मिल जाना सफलता है, जो मिल जाये उसे चाहना ख़ुशी है।

प्रसन्नता की पहली शर्तों में से एक है कि मनुष्य और प्रकृति के बीच का सम्बन्ध नहीं टूटना चाहिए!

जो चाहा वो मिल जाना सफलता है, जो मिल जाये उसे चाहना ख़ुशी है।

ख़ुशी देने में ख़ुशी पाना ही सारी कलाओं का सार है।

अगर आपके अन्दर बस एक मुस्कान बची है तो उसे उन्हें दीजिये जिनसे आप प्रेम करते हैं!

ख़ुशी तब मिलेगी जब आप जो सोचते हैं, जो कहते हैं और जो करते हैं, सामंजस्य में हो!

कुछ कर गुजरने के लिए आपको काफी प्रेरित होना होगा. अन्यथा, आप बस खुद को दुखी कर लेंगे।