
तुलना ख़ुशी की चोर है।

एक अच्छी पुस्तक हज़ार दोस्तों के बराबर होती है जबकि एक अच्छा दोस्त एक लाइब्रेरी (पुस्तकालय) के बराबर होता है।

वही मित्र है जिस पर विश्वास किया जा सके और वही देश है जहाँ जीविका हो।

दुःख तो अपना ध्यान खुद भी रख सकता हैं लेकिन, खुशियों का पूरा आनंद उठाने के लिए आपको इसे किसी ना किसी के साथ बांटना पड़ता है।

जब आपका दिल खुश होता है तो आपका दिमाग स्वतंत्र होता है।

मनुष्य की ख़ुशी के दो दुश्मन दर्द और उबाऊपन है।

कभी भी यह मत भूलो कि किसी आदमी ने क्रोध में आपसे क्या कहा था।

दोस्ती खुशियां दोगुनी कर देती है और दुःख आधे।

खुशियाँ समस्याओं का अभाव नहीं बल्कि यह उनसे निपटने की योग्यता है।

मेरे लिए दिल से खुल कर हँसने की आवाज़ दुनिया की सबसे खूबसूरत आवाज़ों में से एक है।