
वहां कोई महानता नहीं है जहाँ सादगी, अच्छाई और सच्चाई नहीं है।

दूसरे लोगों के दोषों को ना देखें ना ही उनकी गलतियों को, इसके बजाय अपने खुद के कर्मों को देखें कि आप क्या कर चुके हैं और क्या करना अभी बाकी है।

यदि आप सभी गलतियों के लिए दरवाजे बंद कर देंगे तो सच बाहर रह जायेगा!

सेवक को तब परखें जब वह काम ना कर रहा हो, रिश्तेदार को किसी कठिनाई में, मित्र को संकट में, और पत्नी को घोर विपत्ति में!

दिल और दिमाग के टकराव में दिल की सुनो।

किसी को सिर्फ अपने धर्म का सम्मान और दूसरों के धर्म की निंदा नहीं करनी चाहिए।

दयालुता वो भाषा है जिसे बहरे सुन सकते हैं और अंधे देख सकते हैं!

अगर तुम्हे नीद नहीं आ रही , तो उठो और कुछ करो , बजाये लेटे रहने और चिंता करने के. नीद की कमी नहीं, चिंता तुम्हे नुकसान पहुंचाती है!

ये सोचना झूठ है कि आप उतने अच्छे नहीं हैं। ये सोचना झूठ है कि आप किसी काम के नहीं हैं।

जब प्यार और नफरत दोनों ही ना हो तो हर चीज साफ़ और स्पष्ट हो जाती है!