रूठी जो जिदंगी तो मना लेंगे हम,
मिले जो गम वो भी सह लेंगे हम,
बस आप रहना हमेशा साथ हमारे तो,
निकलते हुए आंसुओं में भी मुस्कुरा लेंगे हम।
न रुकी वक़्त की गर्दिश और न ज़माना बदला;
पेड़ सूखा तो परिन्दों ने भी ठिकाना बदला!
नोंक है ये समय, बुलबुला जान है;
बीच में ख़ौफ है, जिन्दगी नाम है!
जी रहे है तेरी शर्तो के मुताबिक़ ए जिंदगी,
दौर आएगा कभी, हमारी फरमाइशो का भी!
कड़वा है, फीका है, शिकवा क्या कीजिए;
जीवन समझौता है, घूँट - घूँट पीजीए!
मुफ़्त में नहीं सीखा उदासी में मुस्कराने का हुनर,
बदले में ज़िन्दगी की हर ख़ुशी तबाह की है |
ना तंग कर प्यार करने दे ऐ जिन्दगी;
तेरी कसम तुझसे भी हसींन है वो!
जिंदगी खेलती उसी से है;
जो अच्छा खिलाड़ी होता है!
ज़माने में आये हो तो जीने का हुनर भी रखना;
दुश्मनों से कोई खतरा नहीं बस अपनो पे नजर रखना!
ज्यादा ख़्वाहिशें नहीं एे जिंदगी तुझसे;
बस अगला कदम पिछले से बेहतरीन हो !



