याद में तेरी आँहें भरता है कोई!
हर साँस के साथ तुझे याद करता है कोई!
मौत तो सचाई है आनी है!
लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज मरता है कोई!
भुला देना उसे जो रुला जाये!
याद रखना उसे जो निभा जाये!
वादा आपसे करेंगे बहुत लोग!
मगर दिल की बात कहना उससे जिसके बिना एक पल न रहा जाये!
अपनी यादों में हम तुम्हें बसाना चाहते है!
अपने पास तुम्हें हम बुलाना चाहते है!
थक गए हम तुम्हें याद करते करते!
अब हम तुम्हें याद आना चाहते है!
दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया!
रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया!
हम से लोग हैं नाराज़ किस लिये!
हमने कभी किसी को खफा तो नहीं किया!
उस अजनबी का यूँ न इंतज़ार करो!
इस आशिक दिल का न ऐतबार करो!
रोज़ निकला करें किसी के याद में आंसू!
इतना न कभी किसी से प्यार करो!
दिल तेरी याद में आहें भरता है!
मिलने को पल पल तड़पता है!
मेरा यह सपना टूट न जाये कहीं!
बस इसी बात से दिल डरता है!
रात हुई जब शाम के बाद!
तेरी याद आई हर बात के बाद!
हमने खामोश रहकर भी देखा!
तेरी आवाज़ आई हर सांस के बाद!
दिल जब टूटता है तो आवाज नहीं आती!
हर किसी को मुहब्बत रास नहीं आती!
ये तो अपने-अपने नसीब की बात है!
कोई भूलता नहीं और किसी को याद भी नहीं आती!
याद किसी को करना ये बात नहीं जताने की!
दिल पे चोट देना आदत है ज़माने की!
हम आपको बिल्कुल नहीं याद करते!
क्योकि याद किसी को करना निशानी है भूल जाने की!
गम ने हसने न दिया, ज़माने ने रोने न दिया!
इस उलझन ने चैन से जीने न दिया!
थक के जब सितारों से पनाह ली!
नींद आई तो तेरी याद ने सोने न दिया!



