किसी से प्यार करो और तजरुबा कर लो;
ये रोग ऐसा है जिसमें दवा नहीं लगती!

सुनो एक बार और मोहब्बत करनी है तुमसे;
लेकिन इस बार बेवफाई हम करेंगे!

डालना अपने हाथों से कफन मेरी लाश पर;
कि तेरे दिए जखमों के तोहफे कोई और ना देख ले!

झूठी मोहब्बत, वफा के वादे, साथ निभाने की कसमें;
कितना कुछ करते हैं लोग, सिर्फ वक्त गुजारने के लिए!
आओ शहर में नए दोस्त बनायें राहत;
आस्तीनों में चलो साँप ही पाले जायें!
हर भूल तेरी माफ़ की हर खता को तेरी भुला दिया,
गम है कि, मेरे प्यार का तूने बेवफा बनके सिला दिया।

वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से,
हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए।
सर झुकाओगे तो पत्थर देवता हो जाएगा;
इतना मत चाहो उसे वो बेवफ़ा हो जाएगा।
पहले ज़िन्दगी छीन ली मुझसे;
अब मेरी मौत का भी वो फायदा उठाती है;
मेरी कब्र पे फूल चढाने के बहाने;
वो किसी और से मिलने आती है।
सितम है लाश पर उस बेवफा का यह कहना;
कि आने का भी न किसी ने इंतज़ार किया।