आँखों में बसी है प्यारी सूरत तेरी;
और दिल में बसा है तेरा प्यार;
चाहे तू कबूल करे या ना करे;
हमें रहेगा तेरा इंतज़ार!

जिंदगी हसीना है जिंदगी से प्यार करो;
है अंधेरा तो क्या हुआ, उजाले का इंतज़ार करो;
वो पल भी आएगा जिसका इंतज़ार है आपको;
रब पर भरोसा और वक़्त पर ऐतबार करो!

कब उनकी पलकों से इज़हार होगा;
दिल के किसी कोने में हमारे लिए प्यार होगा;
गुज़र रही है रात उनकी याद में;
कभी तो उनको भी हमारा इंतज़ार होगा!

जान से भी ज्यादा उन्हें प्यार किया करते थे;
याद उन्हें दिन रात किया करते थे;
अब उन राहों से गुजरा नहीं जाता;
जहाँ बैठकर उनका इंतज़ार किया करते थे!

इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा;
यादें काटती हैं ले-ले के नाम तेरा;
मुद्दत से बैठे हैं तेरे इंतज़ार में;
कि आज आयेगा कोई पैगाम तेरा!

यादों का ये कारवा हमेशा रहेगा;
दूर जाते हुए ही प्यार वही रहेगा;
मत कहना मिल नहीं सके आपसे;
यकीन रखना आँखों में इंतज़ार वही रहेगा!

ज़ख्म इतने गहरे हैं इज़हार क्या करें;
हम खुद निशान बन गए वार क्या करें;
मर गए हम मगर खुलो रही आँखें;
अब इससे ज्यादा इंतज़ार क्या करें!

नज़र चाहती है दीदार करना;
दिल चाहता है प्यार करना;
क्या बतायें इस दिल का आलम;
नसीब में लिखा है इंतजार करना।

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