इतना सीरीयस ना रहा करो,
तुम दुनिया में आए हो, ICU में नहीं!
पहली नज़र में तो सिर्फ मोह जन्म लेता है। प्रेम तो आहिस्ता आहिस्ता ही होता है।
हम भारतियों को कुछ मना करना है तो सीधा-सीधा नहीं बताते! हम कहते हैं शाम तक बताता हूँ!
मीठा ख़रबूज़ा, अच्छे रिश्तेदार, खामोश बीवी और सुबह की नींद, बहुत किस्मत वालों को मिलती है!
अच्छी चाय और अच्छी राय कहीं-कहीं पर ही मिलती है!
आदमी की सोच और नियत समय समय पर बदलती रहती है, चाय में मक्खी गिर जाये तो चाय फेंक देता है! अगर देशी घी में मक्खी गिर जाये तो मक्खी को फेंक देता है!
नशा चढ़ता है हम पर... तुझे सोचने भर से; मुलाकात का आलम खुदा खैर करे!
तुम बात को समझ नहीं रहे हो,
आपातकाल के लिए राहुल गांधी की दादी ज़िम्मेदार है! वरुण गांधी की नहीं!
कोरोना की तीसरी लहर लाने के लिए हमारे देश की जनता जी तोड़ मेहनत कर रही है और ऐसा कोई मौका नहीं छोड़ रही जा वो ज़्यादा से ज़्यादा इकट्ठे ना हो सकें!
आजकल अंधे भी दो प्रकार के होते हैं। एक वह जो जन्म से अंधे होते हैं और दूसरे वह जो देख कर भी अंजान बने रहते हैं।