कर दिया कुर्बान खुद को हमने वफ़ा के नाम पर; छोड़ गए वो हमको अकेला, मज़बूरियों के नाम पर। |
गीत की ज़रूरत महफ़िल में होती है; प्यार की ज़रूरत दिल में होती है; बिन दोस्ती के अधूरी है ये ज़िन्दगी; क्योंकि दोस्त की ज़रूरत हर पल महसूस होती है। |
सब कहते हैं कि 'OPEN' और 'CLOSE' दो विपरीत शब्द हैं; लेकिन वास्तव में आप सबसे ज्यादा उसी व्यक्ति के सामने 'OPEN' रहते हैं जिससे आप सबसे ज्यादा 'CLOSE' हैं! |
कुछ अरमान उन बारिश की बूंदों की तरह होते है; जिनको छुने की ख्वाहिश में, हथेलिया तो गीली हो जाती है; पर हाथ हमेशा खाली रह जाते हैं। |
हम वो नहीं जो दिल तोड़ देंगे; थाम कर हाथ साथ छोड़ देंगे; हम दोस्ती करते हैं पानी और मछली की तरह; जुदा करना भी चाहो तो हम दम तोड़ देंगे। |
हम अपना दर्द किसी को कहते नही; वो सोचते हैं कि हम तन्हाई सहते नहीं; आँखों से आँसू निकले भी तो कैसे; क्योंकि सूखे हुए दरिया कभी बहते नहीं। |
ये प्यार की बातें किताबों में ही अच्छी लगती हैं; तन्हाई भरी महफ़िल दर्दे दिल से ही सजती है; तुम तो कर गए एक पल में पराया; तेरी यादें ही हैं जो हमें अपनी लगती हैं। |
मैं कैसे यकीन कर लूँ कि उन्हें मोहब्बत नहीं थी हमसे; सुना है वो आज भी रोते हैं, हमारी तस्वीर अपने सीने से लगाकर। |
अगर मेरी याद आए तो चाँद को देख लेना; ये सोच कर नहीं कि खूबसूरत है कितना; बल्कि यह सोच कर कि हज़ारों सितारों में तन्हा है कितना। |
मित्रता शुद्धतम प्रेम है; ये प्रेम का सर्वोच्च रूप है; जहाँ कुछ भी नहीं माँगा जाता; कोई शर्त नहीं होती; जहां बस देने में आनंद आता है। |