तुम आए ज़िंदगी में कहानी बनकर; तुम आए ज़िंदगी में रात कि चाँदनी बन कर; बसा लेते हैं जिन्हें हम आँखों में; वो अक्सर निकल जाते हैं आँखों से पानी बनकर। |
कुछ लोग प्यार करते हैं निभाने के लिए; कुछ लोग प्यार करते हैं भूल जाने के लिए; प्यार करो तो ऐसा करो कि; दोनों तड़पे एक दूसरे के पास आने के लिए। |
दोस्ती ग़ज़ल है गुनगुनाने के लिए; दोस्ती नगमा है सुनाने के लिए; ये वो जज़बा है जो सबको मिलता है; क्योंकि हौंसला चाहिए दोस्ती निभाने के लिए। |
प्यार वो हम को बेपनाह कर गये; फिर ज़िंदगी में हम को तनहा कर गये; चाहत थी उनके इश्क़ में फ़नाह होने की; पर वो लौट कर आने को भी मना कर गये। |
धोखा दिया था जब तूने मुझे; जिंदगी से मैं नाराज था; सोचा कि दिल से तुझे निकाल दूं; मगर कंबख्त दिल भी तेरे पास था। |
डूबना है तो समुद्र में जा के डुबो; किनारों पर क्या रखा है; प्यार करना है तो बाहों में आ के करो; किनारों पर क्या रखा है। |
कुछ फ़र्ज़ आप निभाओ; कुछ हम दिल से निभाते हैं; चलो आज हम अपने रिश्ते को; दोस्ती का नाम देते हैं। |
जो जितना दूर होता है नज़रों से, उतना ही वो दिल के पास होता है, मुश्किल से भी जिसकी एक झलक देखने को ना मिले, वही ज़िंदगी मे सबसे ख़ास होता है| |
लम्हें जुदाई को बेकरार करते हैं; हालात मेरे मुझे लाचार करते हैं; आँखे मेरी पढ़ लो कभी; हम खुद कैसे कहें कि आपसे प्यार करते हैं। |
तुझे दिल से जुदा कभी होने नहीं देंगे; हाथ हमारा कभी छोड़ने नहीं देंगे; तेरी मुस्कान ही इतनी प्यारी है कि; हम मर भी जायें पर तुझे रोने नहीं देंगे। |