जिंदगी में कुछ दोस्त खास बन गये; मिले तो मुलाकात और बिछड़े तो याद बन गये; कुछ दोस्त धीरे-धीरे फिसलते चले गये; पर जो दिल से ना गये वो आप बन गये। |
दूरियां ही नज़दीक लाती हैं; दूरियां ही एक-दूजे की याद दिलाती हैं; दूर होकर भी कोई करीब है कितना; दूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती हैं। |
बिना देखे उसका हाल बता सकता हूँ; बिना देखे उसकी तस्वीर बना सकता हूँ; मेरी मोहब्बत में इतनी ताक़त है कि; उसकी आँखों के आँसू अपनी आँख से गिरा सकता हूँ। |
दोस्ती की राहों में कभी अकेलापन ना मिले; ऐ दोस्त ज़िंदगी में तुम्हें कभी ग़म ना मिले; दुआ करते हैं हम ख़ुदा से; तुम्हें जब भी दोस्त मिले हम से कम ना मिले। |
कदमों की दूरी से दिलों के फांसले नहीं बढ़ते; दूर होने से एहसास नहीं मरते; कुछ कदमों का फांसला ही सही हमारे बीच; लेकिन ऐसा कोई पल नहीं जब हम आपको याद नहीं करते। |
जहाँ याद न आये वो तन्हाई किस काम की; बिगड़े रिश्ते न बने तो खुदाई किस काम की; बेशक अपनी मंजिल तक जाना है; पर जहाँ से अपने न दिखें, वो उंचाई किस काम की। |
आँखें तो प्यार में दिल की जुबान होती है; चाहत तो सदा बेजुबान होती है; प्यार में दर्द भी मिले तो क्या घबराना; सुना है दर्द से चाहत और जवान होती है। |
दोस्ती का रिश्ता पुराना नहीं होता; इससे बड़ा ख़जाना नहीं होता; दोस्ती तो प्यार से भी पवित्र है; क्योंकि इसमें कोई पागल या दीवाना नहीं होता। |
दिल न लगाना किसी से दर्द ही दर्द पाओगे; बीती बातों को याद करके रोते ही नज़र आओगे; करनी है तो सिर्फ दोस्ती करो; हमेशा उम्मीद से दुगना पाओगे। |
जिस घड़ी तेरी यादों का समय होता है; फिर हमें आराम कहाँ होता है; हौंसला नहीं मुझमें तुम्हें भुला देने का; काम सदियों का है यह, लम्हों में कहाँ होता है। |