Funny Hindi SMS

  • इतनी बड़ी महामारी में भी अगर दो चार भ्रष्ट नेता नहीं मरे तो मेरा कोरोना से विश्वास उठ जायेगा!Upload to Facebook
    इतनी बड़ी महामारी में भी अगर दो चार भ्रष्ट नेता नहीं मरे तो मेरा कोरोना से विश्वास उठ जायेगा!
  • पिता: रामायण के आज के एपिसोड से हमें क्या सीख मिलती है?<br/>
पुत्र: ये ही कि बाली घर से बाहर निकला और मारा गया!<br/>
#StayHomeStaySafeUpload to Facebook
    पिता: रामायण के आज के एपिसोड से हमें क्या सीख मिलती है?
    पुत्र: ये ही कि बाली घर से बाहर निकला और मारा गया!
    #StayHomeStaySafe
  • बहुत पसंद था ना बिग बॉस शो?<br/>
अब कैसा लग रहा है बिग बॉस असलियत में खेल कर!Upload to Facebook
    बहुत पसंद था ना बिग बॉस शो?
    अब कैसा लग रहा है बिग बॉस असलियत में खेल कर!
  • आज तो मेरा तकिया और बिस्तर भी बोल पड़ा,<br/>
जा भाई थोड़ा घर के अंदर टहल ले, छत्त पर घूम ले, हम भी थोड़ी साँस ले लें!Upload to Facebook
    आज तो मेरा तकिया और बिस्तर भी बोल पड़ा,
    जा भाई थोड़ा घर के अंदर टहल ले, छत्त पर घूम ले, हम भी थोड़ी साँस ले लें!
  • मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके हौसलों में जान होती है;<br/>
बंद ठेकों से बोतल उन्हीं को मिलती है जिनकी ठेकों पर पहचान होती है!Upload to Facebook
    मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके हौसलों में जान होती है;
    बंद ठेकों से बोतल उन्हीं को मिलती है जिनकी ठेकों पर पहचान होती है!
  • शराब की दुकानें बंद पत्नियां खुश!<br/>
सुनार की दुकानें बंद पति खुश!<br/>
चारों ओर ख़ुशी का माहौल!Upload to Facebook
    शराब की दुकानें बंद पत्नियां खुश!
    सुनार की दुकानें बंद पति खुश!
    चारों ओर ख़ुशी का माहौल!
  • भगवान कसम, इतने साथ तो हनीमून पर भी नहीं रहे!Upload to Facebook
    भगवान कसम, इतने साथ तो हनीमून पर भी नहीं रहे!
  • टेस्ट मैच की तरह दिन कट रहा है...<br/>
और साल है 20-20Upload to Facebook
    टेस्ट मैच की तरह दिन कट रहा है...
    और साल है 20-20
  • ताली और थाली पीटने से जो वायरस मर गए थे!<br/>
मोमबत्ती से उनका दाह संस्कार भी तो करना था!Upload to Facebook
    ताली और थाली पीटने से जो वायरस मर गए थे!
    मोमबत्ती से उनका दाह संस्कार भी तो करना था!
  • श्रीमतीजी बोली: तारीफ करो मेरी!<br/>
मैं बोला, `ये हल्की-हल्की मूंछे अच्छी लगती हैं तुम पर!Upload to Facebook
    श्रीमतीजी बोली: तारीफ करो मेरी!
    मैं बोला, "ये हल्की-हल्की मूंछे अच्छी लगती हैं तुम पर!
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