जो कोई समझ न सके वो बात हैं हम; जो ढल के नयी सुबह लाये वो रात हैं हम; छोड़ देते हैं लोग रिश्ते बनाकर; जो कभी न छूटे वो साथ हैं हम। |
काश हमारी भी परवाह किसी ने की होती; तो ये दुनिया हमें रुस्वा न होती; काश हमें भी आता आप जैसा मुस्कुराना; तो हमसे भी किसी ने मोहब्बत की होती। |
ऐ दोस्त कभी ज़िक्र-ए-जुदाई न करना; मेरे भरोसे को रुस्वा न करना; दिल में तेरे कोई और बस जाये तो बता देना; मेरे दिल में रह कर बेवफाई न करना। |
तड़प कर देखो किसी की चाहत में; पता चलेगा इंतज़ार क्या होता है; यूँ ही मिल जाता बिना कोई तड़पे तो; कैसे पता चलता कि प्यार क्या होता है। |
रिश्तों की ही दुनिया में अक्सर ऐसा होता है; दिल से इन्हें निभाने वाला ही रोता है; झुकना पड़े तो झुक जाना अपनों के लिए; क्योंकि हर रिश्ता एक नाजुक समझौता होता है। |
आँख तो प्यार में दिल की ज़ुबान होती है; सच्ची चाहत तो सदा बे-ज़ुबान होती है; प्यार में दर्द भी मिले तो क्या घबराना; सुना है दर्द से ही चाहत और जवान होती है। |
यादों की भीड़ में आप की परछाई सी लगती है; कानों में कोई आवाज़ एक शहनाई सी लगती है; जब आप करीब हैं तो अपना सा लगता है; वर्ना सीने में सांस भी पराई सी लगती है। |
अगर लड़की मेकअप लगा कर सज धज कर और नए कपड़े पहनकर, किसी शादी या पार्टी में जा रही हो, तो समझ लो कि... . . . . . . अगले दिन, या तो उसकी Profile की फोटो बदली होगी या Relationship Status। |
कोई गिला कोई शिकवा न रहे आपसे; यह रिश्ता हमारा ऐसा ही रहे आपसे; माफ़ कर देना अगर हो जाये कोई खता हमसे; ख़फ़ा न होना बस यही फरियाद है आपसे। |
कभी हम टूटे तो कभी ख्वाब टूटे; ना जाने कितने टुकड़ों में अरमां टूटे; हर टुकड़ा है आईना जिंदगी का; हर आईने के साथ लाखों जज़्बात टूटे। |