प्यार चीज़ नहीं जताने की; हमें आदत नहीं किसी को भुलाने की; हम इसलिए कम मिलते हैं आपसे; क्योंकि कुछ रिश्तों को नज़र लग जाती है ज़माने की। |
हर ग़म को ख़ुशी में बदलती है, दोस्ती; हर आंसू को हँसी में बदलती है, दोस्ती; कुछ लोग समझ नहीं पाते; कि अँधेरी रात का दिया है, दोस्ती। |
दिल तोड़ना शायद उनकी आदत सी हो गयी है; वरना वो तो फूल भी नहीं तोड़ते थे; आज हमसे दूर-दूर से रहते हैं वो; एक वक़्त था जब साथ नहीं छोड़ते थे वो! |
आपकी दोस्ती को एहसान मानते हैं; निभाना अपना ईमान मानते हैं; लेकिन हम वो नहीं जो दोस्ती में अपनी जान दे देंगे; क्योंकि दोस्तों को तो हम अपनी जान मानते हैं! |
दिल उनके लिए ही मचलता है; ठोकर खाता है और संभलता है; किसी ने इस क़द्र कर लिया दिल पर कब्ज़ा; दिल मेरा है पर उनके लिए धड़कता है! |
साथ नहीं रहने से रिश्ते नहीं टूटा करते; वक़्त की धुंध से रिश्ते नहीं छूटा करते; लोग कहते हैं कि मेरा सपना टूट गया; टूटती है नींद कभी सपने नहीं टूटा करते! |
साथ हमारा चाहे पल भर का सही; पर वो पल ऐसे जैसे कोई कल नहीं; न हो ज़िन्दगी में शायद फिर मिलना हमारा; पर महकती रहेंगी तुम्हारी यादें हमारे संग यूँ ही! |
दिल के रिश्ते का कोई नाम नहीं होता; हर रास्ते का मुक़ाम नहीं होता; अगर निभाने की चाहत हो दोनों तरफ; तो क़सम से कोई रिश्ता नाक़ाम नही होता। |
अब तो यह चांदनी भी हमें जलाती है; भरी महफ़िल में भी तन्हाई हमें सताती है; जब से दूर गए हो तुम हमसे; हमारी आँखें हर पल दब-दबाती हैं। |
फांसले मिटा कर आपस में प्यार रखना; दोस्ती का यह रिश्ता हमेशा यूँ ही बरक़रार रखना; बिछड़ जाये कभी आप से हम; तो आँखों में हमेशा हमारा इंतज़ार रखना। |