ये लफ़्ज़ों की शरारत है, ज़रा संभाल कर लिखना तुम; मोहब्बत लफ्ज़ है लेकिन ये अक्सर हो भी जाती है। |
किसी भी रिश्ते को तोड़ने से पहले एक बार अपने आप से पूछ जरुर लीजिएगा कि आज तक उस रिश्ते को निभा क्यों रहे थे। |
प्यार में सबसे बड़ा खुशनसीब वह, जो झुक जाए, और सबसे बड़ा बदनसीब वह, जो अकड़ जाए। |
आंसू तेरे निकलें तो आँखें मेरी हों; दिल तेरा धड़के तो धड़कन मेरी हो; खुदा करे दोस्ती हमारी इतनी गहरी हो; कि सड़क पर तू पिटे और गलती मेरी हो। |
आसमान वीरान है; तारे भी हैरान हैं; माफ़ कर दो मेरी चांदनी मुझको; देखो तेरा चाँद भी तो आंसुओं से परेशान है। |
मगरूर रहने वालो, सादगी हम से सीखो; खुश रहने वालो, उदासी हम से सीखो; लड़ाई करने वालो, माफ़ी माँगना हम से सीखो। |
दिल नहीं लगता आपको देखे बिना; दिल नहीं लगता आपके बारे में सोचे बिना; आँखें भर आती हैं यह सोच कर; कि किस हाल में होंगे आप हमारे बिना। |
रूठी जो ज़िंदगी तो मना लेंगे हम; मिले जो ग़म वो सह लेंगे हम; बस आप रहना हमेशा साथ हमारे; तो निकलते हुए आंसूओं में भी मुस्कुरा लेंगे हम। |
माना हुई खता हमसे; पर गलती तो हम सब करते हैं; इस बार आप भी माफ़ कर दो; वरना हर बार तो माफ़ी आप ही मांगते हैं। |
बहुत चाहा पर उन्हें भुला ना सके; ख्यालों में किसी और को ला ना सके; किसी को देख कर आंसू तो पोंछ लिए; पर किसी को देख कर हम मुस्कुरा ना सके। |