ये सोच कर हमारी खता को माफ़ कर देना मेरे दोस्त; क्या पता कल तुम लौट के आओ और हम तुमसे दूर हो जाएं। |
दिल हमेशा वो लोग ही तोड़ते हैं, जो हमारे दिल में रहते हैं! |
मेरे ईश्वर हज़ारों ऐब हैं मुझमें, नहीं कोई हुनर बेशक़, मेरी खामी को तू खूबी में तब्दील कर देना; मेरी हस्ती है एक खारे समंदर सी मेरे दाता, तू अपनी रहमतों से इसको मीठी झील कर देना! |
गंगा सागर से मिल कर बोली, मुझे अपने में समाते तो फिर सागर कहलाते हो? सागर बोला, "अपने आंसुओं को दूर तक बरसाया है, तब जाकर तुझको पाया है!" |
दोस्ती का हक़ हम अदा यूँ करते हैं; तेरे नाम पे जान भी फ़िदा करते हैं; तुझको फूल भी ज़ख्म ना दे पाएं; खुदा से हर दम यही दुआ करते हैं। |
आप को खोने का हर पल डर लगा रहता है; जब कि आपको पाया ही नहीं; तुम बिन इतना तन्हा हूँ मैं; कि मेरे साथ मेरा साया भी नहीं। |
तिनकों से बना पल, पल से बना लम्हा; और लम्हों ने वक़्त को चुना; हर पल कोई किसी के साथ नहीं रह सकता; इसीलिए तो खुदा ने यादों को चुना। |
अजनबी रहना पर किसी का इंतज़ार मत करना; किसी के प्यार के लिए खुद को बेकरार मत करना; अच्छा साथी मिल जाए तो हाथ थाम लेना; पर दिखावे के लिए किसी से प्यार मत करना। |
मोहब्बत का इम्तिहान आसान नहीं; प्यार सिर्फ पाने का नाम नहीं; मुद्दतें बीत जाती है किसी के इंतज़ार में; यह सिर्फ पल दो पल का काम नहीं। |
चाह कर भी कभी ना तुमको भुला पाएंगे हम; करते हैं वादा यह निभा पाएंगे हम; खुद को फ़ना कर देंगे इस जहान से हम; पर नाम तेरा ना दिल से मिटा पाएंगे हम। |