सूरज निकल रहा है पूरब से; दिन शुरू हुआ आपकी याद से; कहना चाहते हैं हम आपको दिल से; हर दिन हो जाये अच्छा आपकी प्यारी सी मुस्कान से। सुप्रभात! |
मीठी रातों में धीरे से आ जाती है एक परी; कुछ ख़ुशी के सपने साथ लाती है एक परी; कहती है कि सपनों के सागर में डूब जाओ; भूल के सारे दर्द जल्दी से सो जाओ। शुभरात्रि! |
नयी-नयी सुबह, नया-नया सवेरा; सूरज की किरणों में हवाओं का बसेरा; खुले आसमान में सूरज का सवेरा; मुबारक़ हो आपको ये हसीं सवेरा। |
ये रात चांदनी बन कर आपके आँगन में आये; ये तारे सारे लोरी गाकर आपको सुलायें; हों इतने प्यारे सपने आपके; कि नींद में भी आप मुस्कराएं। शुभरात्रि! |
हर फूल आपको अरमान दे; हर सुबह आपको सलाम दे; अगर आपका एक आँसू भी निकले, तो खुदा आपको उससे दोगुनी मुस्कान दे। सुप्रभात। |
गुलाब खिलते रहें ज़िन्दगी की राह में राह में; हँसी चमकती रहे आपकी निगाह में; ख़ुशी की बहार मिले हर क़दम पर आपको; देता है दिल यह दुआ बार-बार आपको। जन्मदिन मुबारक |
हो मुबारक आपको यह सुहानी रात; मिले ख्वाबों में भी खुदा का साथ; खुले जब आपकी मदहोश आँखें; तो ढेरों खुशियाँ हो आपके साथ। शुभ रात्रि! |
बहार आती है आपके गुन गुनाने से; फूल खिलते हैं आपके मुस्कुराने से; अब जाग भी जाओ, मेरे प्यारे दोस्त; क्योंकि हर सुबह होती है आपके चह-चहाने से। सुप्रभात! |
हो पूरी दिल की हर ख्वाहिश आपकी; और मिले खुशियों का जहान आपको; जब अगर आप मांगे आसमान का एक तारा; तो भगवान दे दे सारा आसमान आपको। जन्मदिन मुबारक! |
आपका मुस्कुराना हर रोज़ हो; चेहरा आपका सदा अफ़रोज़ हो; हर पल ख़ुशी और हर पल मौज हो; बस ऐसा ही दिन आपका हर रोज़ हो। शुभ सप्ताहांत। |