sms

अध्यापिका: तुम्हारे पापा क्या करते हैं?
पप्पू: वो सब के सुख दुःख बांटते हैं?
अध्यापिका: क्या मतलब?
पप्पू: जी, वो पोस्टमैन हैं।

पठान नक़ली नोट लेकर दुकान पर सर्फ लेने गया।
दुकानदार: इसमें क़ायद-ए-आज़म की टोपी नहीं है।
पठान: टोपी मैली (गंदी) है, उसी के लिए तो सर्फ लेने आया हूँ।

जीतो की आँख सूज़ी हुई थी।
प्रीतो: ये आँख में क्या हुआ?
जीतो: पति ने मारा।
प्रीतो: लेकिन, मेरे ख्याल से तुम्हारे पति दिल्ली गए हुए थे।
जीतो: मेरा भी यही ख्याल था।

sms

संता: तुमने अपने ऑफिस में उस लड़की को नौकरी क्यों नहीं दी?
बंता: यार वो बहुत बेवकूफ़ थी।
संता: वो कैसे?
बंता: कुछ नहीं, बस जब मैंने उसे बैठने के लिए कहा तो वो कुर्सी ढूढ़ने लगी।

sms

संता: लाला जी डेटॉल (dettol) साबुन है?
लाला: हां है।
संता: अच्छा वाला है?
लाला: हां है।
संता: अच्छी क्वालिटी का है?
लाला: हाँ भाई अच्छी क्वालिटी का है।
संता: ठीक है हाथ धोकर एक किलोग्राम आटा दो।

sms

पप्पू: मैं जब सुबह उठता हूँ तो मुझे सबसे पहले तुम्हारा ध्यान आता है।
गर्लफ्रेंड: बंटी भी मुझसे यही कहता है।
पप्पू: तो क्या हुआ, मैं बंटी से जल्दी उठता हूँ।

एक आदमी डॉक्टर के पास आया और बोला: डॉक्टर साहब सुना है आप मरीज लाने वाले को कमीशन देते हैं।
डॉक्टर ने पूछा: कहाँ है मरीज?
आदमी: जी मैं ही हूँ।

पठान अपनी बीवी की क़ब्र पे ज़ोर-ज़ोर से पंखा चला के रो रहा था।
किसी ने कहा: इतनी मोहब्बत? या अल्लाह।
पठान बोला: मरने वाली कह गई थी, मेरी क़ब्र की मिट्टी सूखने के बाद ही दूसरा निक़ाह करना।
पता नहीं कौन साला रोज 2 बाल्टी पानी डाल जाता है?

संता (हलवाई से) बोला: तुम कितने साल से ज़लेबी बना रहे हो?
हलवाई बड़े फ़क़र से बोला: 30 साल से।
संता: लख दी लाहनत है, तुमसे आज तक ज़लेबी सीधी नहीं बनी।

sms

मरीज (अपने डॉक्टर दोस्त से) बोला: मैं मरने के बाद अपना दिमाग हॉस्पिटल को दान करना चाहता हूँ।
डॉक्टर: ठीक है, दिमाग होगा तो, जरूर ले लेंगे।

End of content

No more pages to load

Next page