संता: आज तक तूने ऐसा कोई काम नही किया, "जिससे तुम्हारे घर वालों का सिर ऊंचा हुआ हो"। पप्पू: किया है, मैंने कल ही अपने पिताजी के सिर के नीचे 2 तकिये लगाये।
रजनीकांत ने एक बार फुटबॉल को किक मार दी;
वह फुटबॉल सौरमंडल में चली गई और तब से सूरज के चारों ओर चक्कर काट रही है।
जानते हैं उस फुटबॉल का क्या नाम रखा गया है?
'प्लूटो!'
संता: बेटा, तुम गाय से इतना क्यों डरते हो?
पप्पू: पापा, स्कूल में अध्यापक मुझे कहते हैं कि "तुम्हारे दिमाग में भूसा भरा है"।
पप्पू गणित की परीक्षा में बार-बार डांस कर रहा था।
बंटी ने पूछा, "ये क्या कर रहे हो?"
पप्पू: यार, अध्यापक ने कहा था कि हर स्टेप के नंबर होते हैं।
बंता टैक्सी ड्राईवर से बोला, "सिद्धिविनायक मंदिर जाओगे क्या?"
टैक्सी ड्राईवर: हाँ साहब जाऊँगा।
बंता: ठीक है, वापसी में मेरे लिए प्रसाद लेते आना।
संता 10 मिनट में 5 बार शौचालय हो आया।
बंता: संता जी, आपको चैन नहीं है क्या?
संता: ओये पापे है तो सही, पर साली खुल नहीं रही।
अध्यापिका: तुम लेट क्यों आये हो?
पप्पू: पापा और मम्मी की लड़ाई हो रही थी।
अध्यापिका: वो लड़ रहे थे तो तुम क्यों लेट हो गए?
पप्पू: मेरा एक जूता मम्मी के पास था और एक पापा के पास।
संता अपनी पत्नी, जीतो को, "मेरे संबंधी घर आ रहे हैं, कुछ बना लो"।
जीतो ने
'मुंह' बना लिया।
संता: मैंने जब अपना पिछला घर छोड़ा था तो मेरी मकान मालकिन रोने लगी थी।
नई मकान मालकिन: मैं नहीं रोउंगी, मैं एडवांस पहले ही ले लेती हूँ।
संता: घर का सारा कीमती सामान कहीं छुपाकर रख दो, पड़ोसी आ रहे हैं।
जीतो: क्यों जी, क्या आपके दोस्त चुरा लेंगे?
संता: अरे नहीं, वो अपना समान पहचान लेंगे।



