संता बिजली की दुकान पर जाकर बोला, "2 पंखे देना, एक मरदाना और एक जनाना"।
दुकानदार: पंखो में जेंट्स और लेडिज नहीं होते।
संता: कैसे नहीं होते? एक 'बजाज' का दे और एक 'उषा' का।

प्रिंसिपल: अंग्रेजी आती है?
पप्पू: यस, सर।
प्रिंसिपल: कितनी आती है?
पप्पू: बस सर।

जीतो: मैं बाज़ार जा रही हूँ, मुझे 500 रुपये की जरुरत है।
संता (गुस्से में): तुम्हें रुपये से ज्यादा अक़ल की जरुरत है।
जीतो: आपसे वही चीज़ मांगी है, जो आपके पास मौजूद है।

डॉक्टर: जब आपको मालूम था कि गाड़ी एक लड़की चला रही थी तो आपको सड़क के साइड पर चलना चाहिए था।
पठान मरीज रोते हुए, "कौन सी सड़क की साइड, डॉक्टर साहब? मैं तो बगीचे में जंगल-पानी के लिए लोटा लेकर बैठा हुआ था कि वहीँ पर ठोक दिया"।

पप्पू ने एक लड़की को प्रपोज़ किया तो लड़की ने पप्पू को खूब पीटा।
चप्पल से पीटा;
लाठी से पीटा;
और बहुत घसीट-घसीट के पीटा।
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. .
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पप्पू उठा और कपड़े झाड़ते हुए बोला, "तो फिर मैं इंकार समझूं"।

संता: मैं तीरथ यात्रा जा रहा हूँ। सोच रहा हूँ, दारु छोड़ दूँ।
बंता: ये तो अच्छी बात है, इसमें कठिनाई क्या है?
संता: पर किसके पास छोडूं? मेरे सभी दोस्त कमीने है साले, पी जायंगे।

शिव जी: मेरा त्रिशूल कहाँ है?
पार्वती जी: वो रजनीकांत ले गया।
शिव जी: क्यों?
पार्वती जी: मैग्गी नूडल्स खाने के लिए।

संता: यार जब मैं मरुँ तो मेरे मातम पर सामने वाले पड़ोसियों को जरुर बुलाना।
बंता: क्यों?
संता: यार, उस घर की औरतें लाश से लिपट-लिपट कर रोती हैं।

पप्पू और उसकी गर्लफ्रेंड पेड़ के पीछे बैठे थे।
बूढ़ा आदमी: बेटा क्या यही हमारी 'संस्कृती' है?
पप्पू: नहीं अंकल, ये तो अंजली है। आप किसी और पेड़ के पीछे देख लो।

जीतो: जो मेरी बात मानेगा और मेरे आगे कुछ नहीं बोलेगा, मैं उसे इनाम दूँगी।
पप्पू: लो जी, ऐसे तो सारे इनाम पापा ही ले जायेंगे।

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