आर्मी ट्रेनिंग अफसर: ये हाथ में क्या है?
बंता: सर, बंदूक है....!
अफसर: ये बंदूक नहीं! तुम्हारी इज़्ज़त है, शान है, ये तुम्हारी माँ है माँ!!
अफसर: संता, ये हाथ में क्या है?
संता: सर, ये बंता की माँ है, उसकी इज़्ज़त है, उसकी शान है और हमारी मौसी है मौसी...!
सर बेहोश
रिपोर्टर: क्या आपके टूथपेस्ट में 'नमक' है?
संता: नहीं जी मैं ऊपर से डाल लेता हूँ, अपने स्वाद अनुसार।
जीतो: मैंने गधों पर रिसर्च की है। गधा अपनी गधी के सिवा किसी और गधी को नही देखता।
संता: इसीलिए तो उसे गधा कहते हैं।
प्रीतो: मैं घर छोड़कर जा रही हूँ।
बंता (गुस्से में): हाँ, 'जान' छोड़ो अब बस।
प्रीतो: यही आपकी 'जान' कहने की आदत न, हमेशा मुझे रोक लेती है।
टीचर: अगर तुम्हारी पैंट की एक जेब में 1000/- रुपये और दूसरी जेब में भी 1000/- रुपये हों तो तुम क्या सोचोगे?
पप्पू: यही कि मैं कहीं पापा की पैंट तो नहीं पहन आया।
बंता: व्रत है?
प्रीतो: हाँ जी
बंता: कुछ खाया?
प्रीतो: हाँ जी
बंता: क्या?
प्रीतो: केला, सेब, अनार , मूंगफली, फ्रूट क्रीम, आलू की टिक्की, साबूदाने की खीर, साबूदाने के पापड़, कुट्टू की पूरी, सावंख के चावल, सिंघाड़े के आटे का हलवा, खीरा, सुबह-सुबह चाय और अब जूस पी रही हूँ।
बंता: बहुत सख्त व्रत रख रही हो, यह हर किसी के बस का कहाँ है। और कुछ खाने की इच्छा है? देख लो कहीं कमज़ोरी न आ जाए।
पप्पू: पापा मै शादी करना चाहता हूँ।
संता: माफ़ी मांगो।
पप्पू: बिना गलती के?
संता: हाँ।
पप्पू: सॉरी, माफ़ कर दो।
संता: बहुत अच्छे, तुम सही कह रहे थे अब तुम शादी के लिए बिलकुल तैयार हो।
बंता: और बेटा पढ़ाई कैसी चल रही है?
पप्पू: बस अंकल चलते-चलते बहुत दूर चली गयी मुझ से।
बंता की पत्नी बंता को आवाज देकर, "अजी जल्दी आओ देखो माता जी गिर गई है।"
बंता: अरे माँ क्या हुआ? पत्नी से मदद माँगते हुए, "चलो हम दोनों मिलकर उठाते हैं।"
पत्नी: क्यों दोनों मिलकर क्यों? 'राधे माँ' को तो अकेले उठाकर नाच रहे थे।
टीचर: भाईचारे का प्रयोग करते हुए कोई वाक्य बनाओ।
पप्पू: मैंने दूध वाले से पूछा, तुम दूध इतना महंगा क्यों बेचते हो? तो वह बोला, 'भाई चारा' महंगा हो गया है।



