पठान: वो जो टेबल पे आदमी बैठा है उस से हमारा दुश्मनी है।
दोस्त: टेबल पे तो 4 आदमी हैं।
पठान: वो जिसकी मूंछे हैं।
दोस्त: मूंछें तो सबकी हैं।
पठान: वो जिसके सफ़ेद कपड़े हैं।
दोस्त: वो तो सबके सफ़ेद हैं।
पठान ने गुस्से में पिस्तौल निकाला और 3 आदमियों को गोली मार दी और जो बच गया उसकी तरफ इशारा कर के बोला इससे मेरी दुश्मनी है। इसको हम नहीं छोड़ेगा।
संता काफी देर से अपने मैरिज सर्टिफिकेट को घूर कर देख रहा था।
उसकी पत्नी जीतो बोली: इतनी देर से इसे क्यों घूर रहे हो?
संता: इसकी एक्सपायरी डेट ढूंढ रहा हूं।
टीचर पप्पू से: तुमने होम-वर्क क्यों नहीं किया?
पप्पू: सर, क्योंकि मैं होस्टल में रहता हूँ।
संता डॉक्टर से: मेरी पत्नी की याददाश्त निहायत वाहियात है।
डॉक्टर: हर बात भूल जाती है क्या?
संता: नहीं जी, हर बात याद रखती है।
जीतो ने पप्पू को डांटते हुए कहा: घर में तरीके से रहा जाता है, तुम्हें मेरी हर बात माननी चाहिए।
पप्पू ने सिर हिलाते हुए कहा: मैं समझ गया मम्मी, आगे से मैं भी वैसे ही रहूंगा, जैसे पापा रहते हैं।
जीतो: तुम इतनी परेशान क्यों लग रही हो??
प्रीतो: कल रात मैंने एक सपना देखा कि मेरे पति किसी दूसरी औरत के साथ रंगरलियां मना रहे थे।
जीतो: सपने की वजह से इतना परेशान क्यों होना?
प्रीतो: सोच रही हूँ कि जब मेरे सपने में वो ऐसी हरकतें कर सकते हैं तो अपने सपनों में क्या करते होंगे!
बंता: यार मैं दो बार तेरे रेस्टोरेंट में आया, पर दोनों बार ताला लगा हुआ था।
संता: तू लंच टाइम में आया होगा, उस समय हम खाना खाने घर चले जाते हैं!
पप्पू पहले दिन स्कूल गया।
टीचर: आज आप का पहला दिन है, कुछ पूछना हो तो पूछ सकते हो।
पप्पू: यहाँ छुट्टियां कब से शुरू होंगी?
बंता संता से: तुम एक दम से इतने अमीर कैसे बन गए?
संता: बस अपनी भूलने की बीमारी के कारण।
बंता: वो कैसे?
संता: दरअसल मेरे चाचा जी को दिल का दौरा पड़ा था। उस समय मैं डॉक्टर का नंबर भूल गया और मैं बस अमीर बन गया।
संता: बेटा, आज तुमने कौन सा नेक काम किया?
पप्पू: एक आदमी बस के पीछे दौड़ रहा था। मैंने उसके पीछे अपना कुत्ता छोड़ दिया, कुत्ते के डर से वह और तेज दौड़ा और बस में चढ़ गया।



