पप्पू अपने पिता जी से कार के लिए ज़िद्द कर रहा था।
संता गुस्से से, "कार का क्या करेगा, भगवान ने दो टाँगे किस लिए दी हैं?"
पप्पू: ब्रेक और रेस दबाने के लिए।
अध्यापक: हमें किसी चीज़ का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।
पप्पू: फिर आप क्यों करते हो?
अध्यापक: मैं किस चीज़ का दुरुपयोग करता हूँ?
पप्पू: फुट्टे से लाइन खींचनी चाहिए, पर आप सदा इससे हमें पीटते हैं।
पप्पू की माँ पप्पू को डाँटते हुए, "तू हमेशा ख़राब बच्चों के साथ खेलता है, अच्छे बच्चों के साथ क्यों नहीं खेलता?"
पप्पू: कैसे खेलूं, अच्छे बच्चों की मम्मी उन्हें मेरे साथ खेलने से मना कर देती है!
संता एक किलो जलेबी खाने के बाद बोला: भाई थोड़ी चीनी दो।
दुकानदार: चीनी क्यों?
संता: सोच रहा हूँ, खाने के बाद कुछ मीठा हो जाए!
पप्पू बाइक से बड़ी तेज रफ़्तार में एक लड़की के पास से गुजरा।
लड़की गुस्से में आकर बोली: अबे, अँधा है, मारना है क्या?
पप्पू: अभी मूड नहीं है, फिर कभी सही।
बंटी: अंकल, मुझे बंदर देखना है।
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संता: बेटा, वो अभी संदेश पढ़ रहा है!
बंता: भाई बाल छोटे कर दो।
नाई: कितने छोटे करने हैं साहिब?
बंता: इतने छोटे कि पत्नी के हाथों में ना आ सकें!
पप्पू: टीचर मैं नामुमकिन को मुमकिन बना सकता हूँ।
टीचर: वो कैसे?
पप्पू: नामुमकिन से ना मिटा कर!
पिंकी कुर्ती सिलवाने दर्ज़ी के पास गयी और बोली, "कुर्ती की बाज़ू नेट वाली बनाना।"
दर्ज़ी: 2G या 3G ?
टीचर: किसी ऐसी जगह का नाम बताओ जहाँ बहुत सारे लोग हों, फिर भी आप अकेला महसूस करते हो?
पप्पू: परीक्षा भवन!



