अगर मिलती मुझे एक दिन भी बादशाही;
तो ए दोस्तों;
मेरी रियासत में हमारी दोस्ती के सिक्के चलते!
मेरे सभी दोस्तों को समर्पित:
ज़िन्दगी से हर एक मौज मिली;
कभी कभी नहीं हर रोज़ मिली;
बस एक सच्चा दोस्त माँगा था ज़िन्दगी से;
मुझे कमीनो की पूरी फ़ौज मिली।
हैप्पी फ्रेंडशिप वीक!
तेरी दोस्ती तेरी वफा ही काफी है;
तमाम उम्र ये आसरा ही काफी है;
जहाँ कहीं भी मिलो मिल के मुस्कुरा देना;
मेरे जीने के लिए तेरी यह अदा ही काफी है!
ए दोस्त तेरी दोस्ती का क़र्ज़ हर हाल में चुकायेंगे;
तेरे लिए खुदा का कहना भी हम टाल जायेंगे;
ए दोस्त तेरी दोस्ती की कसम;
तेरे लिए इस दिल को भी सीने से अलग कर जायेंगे!
रिश्तों की किताब का कवर है दोस्ती;
दोस्ती अब बनी है हमारी हस्ती;
खून के रिश्तों की बात आप करते हैं;
हमारे लिए तो जिंदगी है आपकी दोस्ती!
एहसास-ए-आरज़ू को दिल से मिटा न सकोगे;
भूलना चाहो हमें भुला न सकोगे;
ये चिराग़-ए-दोस्ती दिल से जलाया हैं हमनें;
जल जाओगे मगर इसे बुझा ना सकोगे!
हम खुद पे गुरुर नहीं करते;
किसी को दोस्ती करने पर मजबूर नहीं करते;
मगर जिसे एक बार दिल में बसा लें;
उसे मरते दम तक दिल से दूर नहीं करते।
दिल को मिला सुकून कोई हमें याद तो करता है;
याद न सही फ़रियाद तो करता है;
आँखों ने ढूंढ लिया है ऐसा दोस्त;
जो बात न सही पर याद तो करता है!
एक चिंगारी अंगार से कम नहीं होती;
सादगी श्रृंगार से कम नहीं होती;
ये तो अपनी-अपनी सोच का फर्क है;
वर्ना दोस्ती भी किसी प्यार से कम नहीं होती!
दूरियों से फर्क पड़ता नहीं;
बात तो दिलों की नज़दीकियों से होती है;
दोस्ती तो कुछ आप जैसो से है;
वर्ना मुलाकात तो जाने कितनों से होती है!