आज का ज्ञान: जीवन में कोई भी निर्णय जल्दबाज़ी में ना लें! आपको ज़िन्दगी बनानी है मैगी नहीं!
दिल पर शायरी लिखने वाले शायरों ने एक-एकाध शायरी फेफड़ों पर भी लिखी होती तो फेफड़े इस कदर नाराज़ ना होते!
बरात में सब लोग आगे और जनाज़े में सब लोग पीछे चलते हैं! इससे साफ़ पता चलता है कि लोग ख़ुशी में सबसे आगे और दुःख में सबसे पीछे हो जाते हैं!
हम ज़िन्दगी भर ज़मीनों की कीमतों पर इतराते रहे! हवा ने अपनी कीमत माँगी तो ख़रीदी हुई ज़मीनें बिक गयी!
सिसकियां ले ले कर रो रहा है शहर; ना जाने खुदा को नींद कैसे आती होगी!
'घास' और 'घूस' कितने मिलते जुलते दिखते हैं... और इनको खाने वाले भी!
आज कल अगर कोई दिन और तारीख भी पूछ लेता है तो दो मिनट सोचकर बताना पड़ता है!
अगर इस समय आप किसी हॉस्पिटल के अंदर या बाहर दवाइयाँ या ऑक्सीजन नहीं ढूंढ रहे तो
यकीन मानिये भगवान की बहुत कृपा है आप पर!
दुनिया ऐसे मुकाम पर है, जहाँ ज़िंदा रहना ही सबसे बड़ी कामयाबी है!
समाज एक ऐसा बाजार है, जहाँ सलाह थोक में और सहयोग ब्याज पर मिलता है।