अफ़सोस इस बात का है कि, अब लोगों से Immunity से ज़्यादा Humanity की कमी हो गयी है!
मुँह ढक ढक कर थक गए हैं वो लोग जो कहते थे औरतों को घूँघट में रहना चाहिए!
सबसे क्रूर तो इंसान ही है, जहाँ किसी के मौत की ख़बर पढ़ने पर हँसने लगता है और लोग वायरस से डरते हैं!
जीवन में सिगरेट, शराब, गुटखे से भी पहले छोड़ने लायक कुछ है तो वो है दूसरों से उम्मीद!
मैंने वो सबसे पहले छोड़ दी!
2019: नेगेटिव लोगों से दूर रहो! 2020: पॉजिटिव लोगों से दूर रहो! 2021: लोगों से ही दूर रहो!
साल भर जैसे-तैसे तो बचते-बचाते यहाँ तक पहुँचे थे और अब लग रहा है जैसे साँप-सीढ़ी के निन्यानवे वाले साँप ने काट लिया हो!
2021 पसंद नहीं आ रहा भईया, इससे थोड़ा अच्छा 2022 दिखाओ ना!
कल तक पैसों की हवा थी, आज हवा का पैसा है!
#OxygenCrisis
चले थे मंगल ग्रह पर ऑक्सीजन खोजने,
यहाँ पृथ्वी पे ही ऑक्सीजन नहीं मिल रही!
फ़ालतू घर से बाहर ना निकलो मित्रों, लोग 'शत शत नमन' और 'ॐ शांति' की कॉपी किये बैठे हैं!
चिपकने में ज़रा भी देरी नहीं लगेगी, बस यही तरीका बचा था समझाने का!