तू अगर मुझे नवाजे तो तेरा करम है मालिक;
वरना तेरी रहमतों के काबिल मेरी बंदगी नहीं।
मनुष्य बड़ा अज़ीब है, प्रार्थना करते वक़्त समझता है कि भगवान बहुत नज़दीक है;
और गुनाह करते वक़्त यह समझता है कि भगवान बहुत दूर है।
इंसान प्यार करने के लिए होते हैं और पैसे इस्तेमाल करने के लिए;
पर दर्द तब होता है, जब लोग पैसों से प्यार और इंसानों का इस्तेमाल करते हैं!
समय, सत्ता, संपति और शरीर सदा साथ नहीं देते।
परन्तु
स्वभाव, समझदारी, सत्संग और सच्चे संबंध सदा साथ देते हैं।
नेकियाँ कर के, जो दरिया में डाल दोगे अभी;
वही तूफानों में कश्तियाँ बन कर साथ देंगी कभी।
आँसू हर ख़ुशी और ग़म में इंसान का साथ देते हैं;
आँसू बहने से दिल का बोझ हल्का होता है;
आँसू ख़ुशी के मौके पर भी निकलते हैं और ख़ुशी का इज़हार करते हैं;
आँसू दोस्त बिछड़ने पर आँखों से मोतीयों की तरह बहने लगते हैं;
आंसुओं से प्यार करो क्योंकि यह बिन मांगे मिल जाते हैं।
ज़िंदगी में क़ामयाब होने के 2 असूल;
1. कभी किसी को पूरी बात मत बताओ।
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2. ?????
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क्या ढूंढ रहे हो?
मुझे भी क़ामयाब होना है।
जीवन मिलना भाग्य की बात है;
मृत्यु आना समय की बात है;
पर मृत्यु के बाद भी लोगों के दिलों में जीवित रहना;
ये कर्मों की बात है।
जब तेरी इनायत पर मेरी नज़र जाती है मेरे मालिक;
मेरी आँखें भर आती हैं;
तू दे रहा है मुझे इस क़दर;
कि हाथ दुआ में उठने से पहले ही झोली भर जाती हैं।

बात किरदार में होती है;
वरना क़द में साया भी इंसान से बड़ा होता है।